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इस सिंड्रोम की वजह से व्यक्ति खुद को समझता है बीमार

  • Edited By Sunita Rajput,
  • Updated: 31 Aug, 2018 11:00 AM
इस सिंड्रोम की वजह से व्यक्ति खुद को समझता है बीमार

कोई बीमारी न होने के बाद भी खुद को बीमार समझना, आप या हम में से कई लोगों के साथ ऐसा होता होगा। ये लोग इसी काल्पनिक बीमारी के लिए तरह-तरह के इलाज व अलग-अलग डॉक्टर्स की सलाह लेते हैं। इस तरह के लोगों को देखकर यहीं लगता है कि शायद वह बीमारी का नाटक कर रहे हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। दरअसल, यह एक तरह की मानसिक बीमारी है जिसे मनचाउज़ेन सिंड्रोम(Münchausen syndrome) कहा जाता हैं। आइए जानते है आखिर क्या है मनचाउज़ेन सिंड्रोम और इसके लक्षण।  

 

 

क्या है मनचाउजेन सिंड्रोम
मनचाउजेन सिंड्रोम से ग्रस्त व्यक्ति खुद को बिना वजह बीमार समझता है। रोगी तरह-तरह के लक्षणों को बताकर परिजनों और डॉक्टर से ध्यान, सहानुभूति और प्यार की इच्छा रखता है। इस बीमारी से शिकार व्यक्ति  अपने मन से बीमारियों के लक्षण बताता है। इतना ही नहीं, वह अपने बीवी-बच्चों और अन्य रिश्तेदारों को भी बीमार समझने लगता है और उनका इलाज करने की सोचता है। 

 

 

मनचाउज़ेन सिंड्रोम के लक्षण
- बिना वजह खुद में कोई न कोई बीमारी महसूस करना। 
- बीमारी के लक्षणों को बढ़-चढ़ बताना। 
- छोटी-छोटी परेशानी में भी दवा और जांच करवाना। 
- कई बार गंभीर मेडिकल टर्म्स का इस्तेमाल कर रोग की गंभीरता बताना। 
- हर किसी को काल्पनिक रोग के बारे में ज्ञान देने लगना। 
- किसी रिपोर्ट के नेगेटिव होने पर असंतुष्ट रहना और दोबारा जांच करवाना। 

 

 

मरीज के अन्य लक्षण
ऐसे रोगी चाहते है कि डॉक्टर उसकी तरफ ध्यान दें, विश्वास कर उसका इलाज करें। रोग काल्पनिक होने के कारण इसके लक्षणों का कारण नहीं मिल पाता। 

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