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अगर आपका बच्चा भी यूज करता है स्मार्टफोन तो आपके लिए है ये खबर

  • Updated: 21 Jul, 2018 04:22 PM
अगर आपका बच्चा भी यूज करता है स्मार्टफोन तो आपके लिए है ये खबर

कभी बच्चों को बहलाने के लिए तो कभी उनकी जिद्द के कारण पेरेंट्स उन्हें अपना मोबाइल दे देते हैं। आजकल स्मार्टफोन तो बच्चों का खिलौना हो गया है। मगर क्या आप जानते हैं कि मोबाइल फोन आपके बच्चे के दिमाग को कमजोर बना सकता है। इतना ही नहीं, ज्यादा स्मार्टफोन का इस्तेमाल बच्चों के लिए दूसरी समस्याओं का कारण भी बन सकता है। आज हम आपको यही बताएंगे ज्यादा स्मार्टफोन का इस्तेमाल बच्चों को किस तरह नुकसान पहुंचाता है।
 

1. व्यवहार संबंधी समस्या
अगर आपका बच्चा बाहर जाकर खेलने की बजाए मोबाइल पर गेम्स खेलने में बिजी रहता है तो इसे बिहेवियर प्रॉब्लम्स हो सकती है। इस तरह के बच्चों का स्वभाव दूसरें बच्चो को मुकाबले ज्यादा चिड़चिड़ा और जिद्दी हो जाता है।

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2. पल-पल मूड बदलना
आजकल ज्यादातर बच्चों को मूड स्विंग की समस्या रहती है। वह पल-भर में खुश तो दूसरे ही पल चिड़चिड़े और मायूस हो जाते हैं। असल में बच्चों के मूड स्विंग होने का एक कारण मोबाइल का अधिक इस्तेमाल करना है। जो बच्चे स्मार्टफोन पर हमेशा अलग-अलग तरह के एप्लीकेशन ट्राई करने में बिजी रहते हैं उन्हें इस तरह की समस्या ज्यादा होती है।
 

3 आक्रामक व्यवहार
बच्चों के हाथ में मोबाइल होने के कारण उनका दिमाग भी हर समय उसी में लगा रहता है। कभी गेम्स खेलने कभी सोशल साइट्स तो कभी कुछ सर्च करने में यानि उनके दिमाग को आराम नहीं मिल पाता। दिमाग को शांति और सुकून न मिलने के कारण उनके व्यवहार आक्रामक हो जाता है। कभी-कभार किसी साधारण बातचीत के दौरान भी वह उग्र और चिड़चिड़े हो जाते हैं। ऐसे बच्चे जल्दी किसी दूसरे के साथ घुल-मिल नहीं पाते और दूसरों का साथ उन्हें असहज कर देता है।
 

4. लर्निंग डिसएबिलिटी
बच्चों के पढ़ने का तरीका भी बदल गया है। आजकल के बच्चे पढ़ने के लिए ज्यादा दिमाग खर्च नहीं करते। क्योंकि इंटरनेट के कारण एक क्लिक पर ही उन्हें सारी जानकारी मिल जाती है। ऐसे में उन्हें कुछ याद रखने की जरूरत नहीं पड़ती। यहां तक की बच्चे मैथ्स के कठिन सवालों को भी मोबाइल पर ही सॉल्व कर लेते हैं। इसका नतीजा यह है कि बच्चे नार्मल तरीके से पढ़ना भूल गए है।

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5. कमजोर याददाश्त
मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन के कारण दिमाग की सोचने की क्षमता प्रभावित होती है। इसलिए जो बच्चे ज्यादा देर तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं उनकी याददाश्त कमजोर होने लगती है।
 

6. ध्यान केंद्रित न कर पाना
लगातार हानिकारक रेडिएशन के संपर्क में रहने के कारण दिमाग को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है और बच्चों के दिमाग में भी मोबाइल ही घूमता रहता है। इससे वो अपनी पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते। जाहिर है ऐसे में पेरेंट्स औक टीचर से डांट सुननी पड़ती है। बार-बार घर और स्कूल में डांट पड़ने के कारण वह धीर-धीरे फ्रस्ट्रेट होने लगते हैं।
 

7. काल्पनिक दुनिया में खोए रहना
बच्चे अक्सर पेरेंट्स से नजर बचाकर सोशल साइट्स का इस्तेमाल करते रहते हैं। अपने रियल दोस्त की बजाए वह वर्चुअल दोस्त बनाना ज्यादा पसंद करते हैं और उसी के साथ काल्पनिक दुनिया में खोए रहते हैं। यहां तक की पेरेंट्स द्वारा मना किए जाने पर भी वह नजर बचाकर बार-बार सोशल साइट्स पर बिजी रहते हैं।

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