ब्रेस्ट कैंसर ऐसी बीमारी हैं, जो महिलाओं को मौत के दरवाजे तक ले जाती है। हालांकि आजकल पुरूषों में भी यह बीमारी दिखाई देने लगी है लेकिन महिलाएं इसकी ज्यादा शिकार हो रहीं है। भारत में हर आठ में एक महिला स्तन कैंसर की चपेट में है। एक्सपर्ट का कहना है कि भारत में इससे पीड़ित महिलाओं की संख्या में तेजी से बढ़ रही है।
तेजी से फैल रही है ये बीमारी
ब्रेस्ट कैंसर तेजी से फैलने लगा है। आंकड़ों के मुताबिक 2020 तक ब्रेस्ट कैंसर के 17.3 लाख से ज्यादा नए रोगी बन सकते हैं। पहले केवल 50 की उम्र में महिलाओं को यह बीमारी होती थी लेकिन खराब लाइफस्टाइल के चलते आजकल महिलाएं 30 की उम्र में इसकी शिकार हो रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि महिलाएं इस रोग को लेकर थोड़ा सर्तक रहें और सावधानी बरतें।
ब्रेस्ट कैंसर के कारण
गलत लाइफस्टाइल के साथ-साथ ब्रेस्क कैंसर की बीमारी ब्रा में सेलफोन रखने, शराब या धूम्रपान, गलत एंटीपर्सपिरेंट, बर्थ कंट्रोल पिल्स, और आयोडीन की कमी के कारण हो सकती हैं। इसके अलावा बढ़ा हुआ वजन, बढ़ती उम्र, ज्यादा उम्र में पहले बच्चे का जन्म और आनुवंशिकता के कारण भी ब्रेस्ट कैंसर की संभावना बढ़ जाती है।
इन कंडीशन में बढ़ जाता है स्तन कैंसर खतरा
12 साल की उम्र से पहले ही पीरियड्स आना
30 साल की उम्र के बाद प्रैग्नेंट होना
बर्थ कंट्रोल पिल्स का अधिक सेवन
पीरियड्स 55 की उम्र के बाद ही बंद हो जाना
बॉडी में जनेटिक बदलाव के कारण
किन महिलाओं को होता है ज्यादा खतरा
स्त्री हार्मोन एस्ट्रोजन का ज्यादा स्राव स्तन कैंसर होने की आशंका बढ़ा देता है। इसके अलावा गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करने वाली और मोनोपॉज के बाद हार्मोन रिप्लेसमेंट कराने वाली महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा 20 गुणा ज्यादा होता है।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
स्तन या बाँह के नीचे गांठ होना
स्तन से रस जैसे कुछ पदार्थ का निकलना
निपल्स का मुड़ जाना
स्तन में सूजन
स्तन के आकार में बदलाव
स्तन को दबाने पर दर्द न होना
बेहतर लाइफस्टाइल से करें बचाव
इसका इलाज कैंसर की स्टेज पर निर्भर करता है। स्तर कैंसर की फर्स्ट स्टेज पर इसका इलाज संभव है। हालांकि आप हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर इस बीमारी के खतरो को ही कम सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि कैंसर के बचने के लिए आप किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
40 के बाद करवाएं मेमोग्राफी
वैसे तो ब्रेस्ट कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है लेकिन 40 साल की उम्र के बाद इसका खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में जरूरी है कि आप 40 के बाद 6-6 महीने के अंतराल में मेमोग्राफी जरूर करवाएं। इससे समय रहते इसके खतरे को टाला जा सकता है।
सैर है बहुत जरूरी
शोध के मुताबिक, सुबह की सैर कैंसर के साथ-साथ अन्य बीमारियों का खतरा भी काफी हद तक कम करती हैं। रोजाना कम से कम आधा घंटा पैदल जरूर चलने या रनिंग से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
अल्कोहल और धूम्रपान से दूरी
अल्कोहल और धूम्रपान भी ब्रेस्ट कैंसर की वजह बन सकता है। ऐसे में कैंसर की रोकथाम के लिए जरूरी हैं कि आप इससे दूरी बनाएं।
मोटापा करे कंट्रोल
बढ़ा हुआ मोटापा कैंसर के साथ-साथ डायबिटीज, ब्लड प्रैशर जैसी बीमारियों को भी न्यौता देता है। इससे बचाव करने के लिए सबसे पहले अपना वजन कंट्रोल में रखें। इससे ब्रेस्ट कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो जाएगा।
डाइट का भी है अहम रोल
शरीर को बीमारियों से दूर करने में अहम रोल रखती है हैल्दी डाइट। ब्रेस्ट कैंसर से बचाव रखने में अपनी डाइट में मशरूम, लहसुन, प्याज, अदरक, हल्दी, पपीता, संतरा, गाजर, कद्दू, ग्रीन टी, ब्रोकली और हरी सब्जियां शामिल करें। इसके अलावा प्रोटीन फाइबर और फोलेट से भरपूर फलियां और दालें खाने से भी कैंसर की संभावना काफी हद तक कम होती है।