मां जिस रास्ते पर चलती है बेटी भी उसी रास्ते पर चलती है, इतना ही नही कई बार मां की गलती बेटी पर भी भारी पड़ जाती हैं। इसी तरह की घटना के तहत मां व बेटी दोनों की न केवल उनके गलत काम के लिए सजा दी गई बल्कि इसके लिए जुर्माना भी भरना पड़ा। इससे न केवल महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार व शारीरिक शोषण को रोकने में भी मदद मिलेगी बल्कि इसके खिलाफ यह काम रहे लोगों को भी चेतावनी दी जाती है।
यह था पूरा मामला
जालंधर शहर में पिछले पांच साल से मां व बेटी दोनों पर युवती को जाल में फंसा कर मजबूरी में देह का व्यापार करवाने के आरोप के चलते केस चल रहा था। जिसका नतीजा सुनाते हुए कोर्ट ने न केवल नाबालिग युवती का अपहरण कर उनका शारीरिक शोषण करने व देहर का व्यापार चलाने के आरोप में दोनों को 7 साल की सजा व 20 हजार रूपए जुर्माना लगाया है।
अगस्त 2014 में जालंधर के थाना नंबर पांच में मां बेटी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था। पांच साल तक केस चलने के बाद दोनों मां व बेटी के आरोप सही साबित हुए है। उन्होंने न केवल जबरदस्ती एक नाबालिग लड़की से देह व्यापार करवाया बल्कि इसके साथ ही उसे घर से बहला फुसला कर अपने जाल में भी फंसाया था। जज मनदीप कौर ने मां बेटी पर इन आरोपों को सही साबित करते हुए उन्हें 7 साल की सजा सुनाई है। इसी के साथ अगर वह लगाए गए जुर्माने की रकम 20 हजार रुपए अदा नही करते है तो उनकी सजा को 6- 6 महीने ओर बढ़ने का फैसला सुनाया है।
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