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बिग बॉस 12 के कंटेस्टेंट करणवीर बोहरा लेते हैं कीटो डाइट, जानिए इसके फायदे और नुकसान

  • Edited By Priya dhir,
  • Updated: 08 Dec, 2018 07:17 PM
बिग बॉस 12 के कंटेस्टेंट करणवीर बोहरा लेते हैं कीटो डाइट, जानिए इसके फायदे और नुकसान

टीवी के फेमस एक्टर करणवीर बोहरा इन दिनों बिग बॉस सीजन 12 में नजर आ रहे है। नागिन जैसे टीवी सीरियल में काम कर चुके करण अपनी फिटनेस को लेकर भी सुर्खियों में रहते हैं।फिटनेस रहने के लिए करण एक्सरसाइज के साथ डाइट पर खास ख्याल देते है। चलिए आज हम आपको करणवीर का फिटनेस सीक्रेट बताते है। 

6 महीने से फॉलो कर रहे हैं कीटो डाइट

करणवीर पूरा तरह से वेजीटेरियन है हालांकि वह शाकाहारी होते हुए भी डाइट में अंडे लेते है। वह पिछले 6 महीने से कीटो डाइट पर है। एक इंटरव्यू में करण ने कहा था,'मैं वेजीटेरियन हूं हालांकि मैं अपनी डाइट में अंडे भी लेता हूं। मैं हर 2 घंटे में कुछ न कुछ जरूर खाता हूं। मेरी डाइट में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन रहता है।' 
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क्या है कीटो डाइट?

कीटो डाइट में कम कार्बोहाइड्रेट और हाई फैट डाइट ली जाती है ताकि शरीर को कीटोसिस स्थिति में लाया जा सके। कीटोसिस शरीर की ऐसी मेटाबोलिक स्थिति है जिसमें शरीर ब्लड गुल्कोस (कार्बोहाइड्रेट) की बजाय फैट को एनर्जी के रूप में इस्तेमाल करता है। यह डाइट शरीर की जरूरत, हाइट और वजन के अनुसार प्लान किया जाता है। कई फेमस स्टार्स ने वजन कम करने के लिए कीटो डाइट को फॉलो किया।

करणवीर का डाइट प्लान

करणवीर एक ही समय में ज्यादा नहीं खाते। वह हर दो घंटे बाद मील लेना पसंद करते हैं। अपनी डाइट में वह हाई प्रोटीन और फैट शामिल है। वह डाइट में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा नहीं होती है क्योंकि वह कीटो डाइट फॉलो करते हैं। वह हमेशा अपने खाने में मीठे को शामिल करते है। उनकी फेवरेट मिठाई मावे की बर्फी है।
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45 मिनट की रूटीन वर्कआउट 

बिजी शेड्यूल होते हुए भी करण वर्कआउट मिस नहीं करते। वह रोजाना 45 मिनट वर्कआउट करते है। वह मॉर्निंग में शूटिंग से पहले और शाम को पैकअप के बाद वर्कआउट करते है। सुबह 6 बजे वह कार्डियो और रात 10 बजे के बाद वेट लिफ्टिंग करते है। कार्डियों से पेट का एक्स्ट्रा फैट कम होता है। इसी के साथ वह फिट रहने के लिए क्रिकेट और फुटबाल खेलते है।
 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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खेलकूद के जरिए स्टेमिना बूस्ट करने में मदद मिलती है। 

कीटो डाइट के फायदे

वजन कम करने और बॉडी को शेप में लाने के लिए कीटो डाइट बेस्ट है। इससे शरीर का अतिरिक्त फैट बर्न होकर शरीर में इंसुलिन का स्तर बहुत कम हो जाता है। जिससे वजन तेजी से कम होना शुरू हो जाता है। आइए जानें इसके और भी कई फायदे। 

इंसुलिन की मात्रा कंट्रोल 

कीटो डाइट में लिए जाने वाले फूड शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मददगार हैं। इससे शरीर में इंसुलिन की मात्रा कंट्रोल रहती है और टाइप-2 डायबिटीज नियंत्रित हो जाती है। 

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एकाग्रता बढ़ाए

कीटो डाइट मस्तिष्क की ऊर्जा का भी बहुत अच्छा स्त्रोत है। किसी काम में मन नहीं लग रहा तो कीटो डाइट प्लान लेना शुरू कर दें। कम मात्रा में लिए गए कार्बोहाइड्रेट्स दिमाग की एकाग्रता और फोकस को बढ़ाने का काम करते हैं और फैटी एसिड की अधिक मात्रा से मस्तिष्क ज्यादा सक्रिय हो जाता है। 

ऊर्जा का अच्छा स्त्रोत

यह डाइट खाने से दिन भर शरीर में ऊर्जा बनी रहती है और भूख का अहसास भी बहुत कम होता है। 

कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित

कीटो डाइट में कर्बोहाइड्रेट की मात्रा कम और हाई-फैट डाइट, बुरे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में अधिक मदद करता है। 

मुंहासों से छुटकारा

जो लोग मुंहासों से हमेशा परेशान रहते हैं, उनके लिए यह डाइट प्लान बेस्ट है। कम कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट त्वचा की सूजन, मुंहासों आदि से बचाव करने में मददगार है। 

कीटो डाइट के नुकसान

जहां कीटों डाइट के कई फायदे हैं वहीं इसके कुछ नुकसान भी हैं। हर किसी की शारीरिक बनावट और जरूरत अलग-अलग तरह की होती है। कुछ लोगों को इससे नुकसान भी हो सकता है। 

शरीर में ऐंठन

कीटो डाइट की शुरुआत में पैरों और शरीर में ऐंठन भी हो सकती है। सुबह और शाम के समय इस तरह की परेशानी ज्यादा महसूस होती है। यह इस बात का संकेत है कि शरीर में खनिज पदार्थ और मैग्नीशियम की कमी है।  

कब्ज की समस्या

इस डाइट का सेवन करने से कब्ज की समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए पानी का भरपूर सेवन,फाइबर और बिना स्टार्च वाली सब्जियों का सेवन करें। 

दिल की धड़कन तेज

जो लोग कीटो डाइट अपनाते हैं उनके दिल की धड़कन सामान्य की उपेक्षा तेज और सासं लेने में परेशानी होने लगती है। 

शारीरिक क्षमता कम होना 

कीटो डाइट प्लान लेते समय शरीर फैट को ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल करता है। जिससे कमजोरी महसूस होने लगती है। 

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