अस्तपाल में आए दिन डॉक्टर्स की गलतियों के कारण कई तरह की शिकायतें सुनने को मिलती है, जिसमें कई बार मरीज अपनी जान भी गवा देता है। इतना ही नही अपनी गलती न मान कर डॉक्टर्स उस बात को पूरी तरह नकार देते है लेकिन हाल ही मैं महाराष्ट्र के औरंगाबाद का एक ऐसा केस सामने आया है जिसमें नवजात बच्चे को अपनी मां को जन्म के बाद खोना पड़ा। इस केस में डॉक्टर की गलती के कारण सीजेरियन डिलीवरी के बाद डॉक्टर ने महिला के अंदर रुई का बंडल छोड़ दिया, जिसके बाद दर्द के कारण उसकी मौत हो गई।
जानिए क्या था केस
पाडेगांव की 20 वर्षीय महिला की 23 जुलाई को सीजेरियन डिलीवरी हुई थी, उसके बाद 28 जुलाई को उसकी मृत्यु हो गई। इस सर्जरी के दौरान डॉक्टर्स ने महिला के पेट में रुई का बंडल छोड़ दिया था। जबकि महिला के बेटा पूरी तरह से सुरक्षित है। तनु के पिता सुभाष ने रिर्पोट में जानकारी दी की डिलीवरी के दर्द के दौरान 22 जुलाई को उप जिला अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन वहां पर स्त्री रोग विशेषत्र रवींद्र थंवल उपस्थित नही थी। तब उन्हें पता लगा कि डॉक्टर अपने प्राइवेट अस्पताल में इसलिए वह सरकारी अस्पताल में नही आएंगी। डॉक्टर्स के कहने पर उन्होंने ऑपरेशन की सारी फीस जमा करवा दी। उन्होंने डॉक्टर को सरकारी अस्पताल में सर्जरी करने के लिए कहा लेकिन उन्होंने उनकी बात नही मानी।
ऑपरेशन के बाद खराब हुई तबीयत
सुभाष ने बताया कि ऑपरेशन के बाद जब तनु को वापस गंगापुर के उपजिला अस्तपाल में ले आए। सर्जरी के बाद तनु को पेट में काफी दर्द होता रहा। डॉक्टर्स ने पेन किलर्स देनी शुरु की दी। उसके बाद तनु को दस्त व उल्टियां आने लगी, पिता के बार- बार कहने पर भी डॉक्टर उनकी बेटी को देखने नही आए। तबीयत ज्यादा खराब होने पर उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज औरंगाबाद में दाखिल करवा दिया गया। जहां पर डॉक्टर्स ने इलाज के समय उनके पेट में रुई का बंडल पाया। पोस्टमार्टम में यह बात पूरी तरह से सही साबित हुई। इसके बाद डॉक्टर को ड्यूटी से निकाल दिया गया है, जबकि तुन के परिवार के सदस्य डॉक्टर का लाइसेंस रद्द करने की मांग कर रहे है।
लाइफस्टाइल से जुड़ी लेटेस्ट खबरों के लिए डाउनलोड करें NARI APP