बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार अपनी कूल एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। वह बॉलीवुड के उन स्टार्स की लिस्ट में शामिल हैं, जो अपने ज्यादातर स्टंट खुद करना ही पसंद करते हैं। इन स्टंट को करने के लिए चाहिए भरपूर स्टेमिना जो 51 की उम्र में भी कम नहीं हुआ। उनके एनर्जी भरपूर बॉडी और स्टेनिका का सीक्रेट है एक खास थेरेपी। दरअसल, थकान व डिप्रेशन से बचने और खुद को दुरूस्त रखने के लिए अक्षय एक खास किस्म की थेरेपी लेते हैं। चलिए आपको बताते हैं कि तनावमुक्त रहने के लिए अक्षय कौन-सी थेरेपी लेते हैं और इससे क्या-क्या फायदे होते हैं।
3 साल से ले रहे हैं हाइड्रोथेरेपी
रफ-टफ दिखने वाले अक्षय गर्मियां शुरू होते ही 'हाइड्रोथेरेपी' लेते हैं, जो थकान मिटाने के साथ-साथ उन्हें चुस्त-दुरुस्त भी रखती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 3 साल से गर्मी के मौसम में अक्षय हाइड्रोथेरेपी लेने जर्मनी जाते हैं।
क्या है हाइड्रोथेरेपी?
हाइड्रोथेरपी अल्टरनेटिव मेडिसिन (विशेष तौर पर नैचरोपैथी), ऑक्युपेशनल थेरपी और फिजियोथेरपी का हिस्सा है, जिसमें दर्द से आराम और ट्रीटमेंट के लिए पानी का इस्तेमाल होता है। इसके जरिए मांसपेशियों को फिर से बेहतर और पुनर्स्थापित किया जाता है। साथ ही यह थेरेपी बॉडी को मेनटेन भी रखती है।
हाइड्रोथेरपी के फायदे
थकान के साथ डिप्रेशन भी रखें दूर
हाइड्रोथेरेपी में अलग-अलग तापमान वाले पानी से इलाज किया जाता है। दरअसल, जब आपका शरीर अलग-अलग तापमान के पानी के संपंर्क में आता है तो आपके शरीर और मूड में बदलाव आता है। ठंडे पानी के संपंर्क में आने पर शरीर को एक झटका सा लगता है, जो शरीर को मजबूती और चेतना देता है। वहीं ठंडे पानी के कारण रक्त धमनी में कसाव आता है, जिससे रक्त शरीर की सतह से दिमाग से होते हुए शरीर बीच के हिस्से यानी कोर में पहुंच जाता है। इससे शरीर के अंगो को ताजा रक्त और ऑक्सीजन मिलती है। इससे तनाव दूर होता है।
ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाएं
जब आपका शरीर गर्म पानी के संपंर्क में आता है तो आपकी रक्त धमनियां को काफी आराम मिलता और शरीर में रक्त संचार बढ़ता है और सर्कुलेशन सही होती है।
मांसपेशियों की मजबूती
इससे न केवल मांसपेशियां ठीक और रीसेट होती हैं बल्कि यह बॉडी को मेंटेन रखने में भी मददगार साबित होती है। रिपोर्ट्स की मानें तो हर वह नेशनल-इंटरनेशनल स्टार इस थेरेपी का सहारा लेता है, जो अपने स्टंट खुद करना पसंद करता है।
कितनी तरह की होती है हाइड्रो थेरेपी
बालनेओ थेरेपी
बालनेओ थेरेपी में पानी के टब में कुछ हर्बल उत्पाद मिलाकर स्नान कराया जाता है। इससे शरीर की सफाई और त्वचा को पोषण व ऊर्जा दोनों मिलते हैं। इससे तनाव और चिंता जैसी समस्याएं छूमंतर हो जाती है।
थर्मल थेरेपी
थर्मल में गुनगुने खुशबूदार पानी से बॉथ दिया जाता है, जिससे त्वचा रोग व इंफैक्शन दूर हो जाते हैं। साथ ही इससे लाल चकत्ते, खुजली और जलन जैसी समस्याएं भी दूर रहती है। हालांकि गर्मियों में इस थेरेपी का इस्तेमाल कम ही किया जाता है।
थालासो थेरेपी
थालासो थेरेपी में समुद्री पानी का यूज किया जाता है। समुद्र में कई प्रकार के हर्बल उत्पाद और खनिज पाए जाते हैं, जो रक्त संचार ठीक करने के साथ तनाव दूर करने में भी मददगार होते हैं। साथ ही इससे दिमागी गतिविधि भी बढ़ती है।
शॉवर बाथ
हाइड्रो थेरेपी में शावर बाथ का भी अपना अलग महत्व है। ऊपर से फुहारों के रूप में गिरते पानी के नीचे खड़े होकर स्नान करने से त्वचा के रोमकूप सक्रिय होते हैं। साथ हही इससे शरीर में जमे टॉक्सिन भी बाहर निकल आते हैं और मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है। ग्लोइंग स्किन और तनाव व थकान दूर करने के शॉवर बाथ बेहतरीन उपायों में से एक है।
सिट्ज बाथ
सिट्ज बाथ को आप घर पर भी आसानी से कर सकते हैं। इसके लिए अपने एक पैर को गर्म पानी के टब में डालें और दूसरे को ठंडे पानी के टब में कुछ देर बाद इसके विपरीत करें। ऐसा करने से आपको मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं से निपटने में मदद मिलेगी।
वहर्लपूल बाथ
इसमें गर्म पानी के बुलबुलों के साथ आपको स्नान कराया जाता है, जो काफी आरामदायक और सुकून भरा होता है। इससे ना सिर्फ तनाव दूर होता बल्कि इससे आप अन्य बीमारियों से भी बचे रहते हैं।