भारत में आज भी कई हिस्सों में कहा जाता है कि पिस्तौल चलाना औरतों का नहीं मर्दों का काम है लेकिन मर्दों की इसी सोच को अपनी गोली से भेदती हुई आज भारत की लड़कियां न केवल नेश्नल बल्कि इंटरनेश्नल स्तर पर मेडल लेकर आ रही है। हाल ही में 14 साल की महिला निशानेबाज ईशा सिंह ने कतर की राजधानी दोहा में हुई एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में महिला, यूथ और जूनियर वर्ग में जीत कर गोल्ड हासिल किया। वहीं आज हम आपको भारत की एक ओर ऐसी ही निशानेबाज अरीबा खान के बारे में बताएंगे जिनका गोल 2024 ओलंपिक चैम्पियनशिप में गोल्ड लाना है।
17 साल की अलीगढ़ की रहने वाले अरीबा ने विदेशो में भारत का नाम रोशन किया है। अरीबा को शॉटन की स्कीट और ट्रैप दोनों में महारथ हासिल है और उन्होंने दोनों में ही कई गोल्ड मेडल जीते हुए है।
2013 में शुरु की थी शूटिंग
अरीबा ने 2013 में पहली बार राइफल थाम कर शूटिंग शुरु की थी। 2018 में अरीबा ने इंटरनेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में भाग लेकर कई मेडल हासिल किए थे। अब उनका सपना भारतीय शूटिंग टीम में शामिल हो कर ओलंपिक में मेडल जीतने का है।
पिता ही थे अरीबा के पहले कोच
अरीबा के पिता मोहम्मद खालिद खान स्कीट और राइफट शूटिंग में री-नोन्ड शूटर है। पिता को शूटिंग करता देख ही अरीबा को शूटिंग करने की प्रेरणा मिली थी। जिसके बाद उसके पहले कोच भी उसके पिता खालिद ही बने। नेश्नल शूटर खालिद ने जब अपनी बेटी में आगे बढ़ने की ललक देखी तो उन्होंने अपनी शूटिंग छोड़ कर उसे आगे बढ़ने में मदद की। अरीबा चंदौखा स्थित शूटिंग रेंज में प्रैक्टिस करती है।
अचीवमेंट्स
अरीबा कई नेशनल और स्टेट लेवल की गेम्स में भाग ले चुकी है। जयपुर में हुई नेशनल चैंपियनशिप में उन्हें स्कीट में कांस्य व री-नोन्ड शूटर का खिताब हासिल हुआ था। इसके साथ ही फिनलैंड में इंटरनेशनल जूनियर शॉटगन कप के स्कीट में गोल्ड, दिल्ली में नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप में गोल्ड और जूनियर नेशनल चैंपियन का खिताब हासिल कर चुकी है। इसके बाद वह जर्मनी में हुई जूनियर वर्ल्ड कप में कांस्य पदक हासिल कर चुकी है।
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