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बेटों की मार से परेशान 80 साल की मां पहुंची पुलिस स्टेशन, जानिए क्या है पूरा मामला ?

  • Edited By khushboo aggarwal,
  • Updated: 22 Sep, 2019 06:07 PM
बेटों की मार से परेशान 80 साल की मां पहुंची पुलिस स्टेशन, जानिए क्या है पूरा मामला ?

जब एक मां अपनी पूरी जिदंगी अपने बेटे को पालती है तो वह बुढ़ापे में चाहती है कि उसके बेटे उसकी लाठी बने न की उसे धक्के मारे। हाल ही में गुजरात के देवड़ा गांव में हुई एक घटना ने मां - बेटे के रिश्ते को पूरी तरह से शर्मसार कर दिया। यहां पर बेटों ने सिर्फ जमीन के टूकड़े के लिए न केवल मां को पैसों का मोहताज बनाया बल्कि उसके साथ मारपीट कर उसे घर से भी निकाल दिया। बेटों की मार पीट से बचने के लिए मां ने पुलिस स्टेशन पहुंच कर मदद मांगी। 

सीता बा जाना चाहती है वृद्धा

विजापुर के देवड़ा गांव में रहने वाली 80 साल की सीता बा के पति की मृत्यु के बाद उनके बेटों की नजर उनकी गांव में पड़ी 6 बीघा जमीन पर थी। उस जमीन को लेने के लिए बेटें मां की खूब पिटाई करते थे। बेटों की मार से तंग आकर वृद्ध महिला वृद्ध आश्रम जाना चाहती थी लेकिन उसके पास वहां जाने के पैसे नही थे। इसलिए उसने पुलिस से इस मामने में मदद करने के लिए कहा। वह डीवायएसपी मंजिता वणजारा से मिलना चाहती थी। जब वह उसने मिली तो सीता बा ने अपनी इच्छा बताते हुए कहा कि वह वृद्धाश्रम जाना चाहती है लेकिन उसके पास पैसे नही है तो मंजिता ने खुद उसका सारा खर्चा उठा लिया। 

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मंजिता ने उठाई जिम्मेदारी 

डीवायएसपी मंजिता ने केस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महिला अपने बेटों की मार से काफी डर चुकी थी। इसलिए वह वृद्धाश्रम में रहना चाहती थी। उसे किसी भी तरह की दिक्कत न हो इसलिए उन्होंने एक पुलिस अफसर नही बल्कि एक बेटी की तरह उनकी मदद की। उन्होंने वहां पर उन्हें पहुंचा दिया है साथ ही उनकी 1 साल की फीस भी एडवांस में जमा करवा दी हैं। 

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2004 में हुई थी पति की मौत

सीता के पति की मौत 2004 में हुई थी। उनकी मौत के 2 साल बाद उनके दोनों बेटों ने उन्हें अपने पास रखने से मना कर दिया था, जब वह अकेली रहने लगी। अब सीता बेन की 6 बीघा जमीन पर उनके दोनों बेटों की नजर है। वह जमीन के कागजात पर उसे अंगूठा लगाने के लिए मजबूर कर रहे थे। इतना ही नही उसके बेटों ने उसके सारे कागज भी अपने पास रख लिए हैं। इस समय वह उसे किसी भी तरह की आर्थिक रुप से सहायता नही करते हैं। इतना ही नही पति की मौत के बाद उन्होंने पति के अंतिम संस्कार की रस्मे भी अपनी चूड़ियां बेच कर निभाई थी। 


 

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