गलत खान-पान और लाइफस्टाइल के चलते महिलाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें से ढीली ब्रेस्ट, स्तनों में दर्द, खुजली की समस्या भी एक है। महिलाएं ब्रेस्ट से जुड़ी इन समस्याओं को छोटा समझ इग्नोर कर देती हैं लेकिन आगे चलकर यही कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बन सकती हैं। यही कारण है कि महिलाओं को ब्रेस्ट से जुड़ी समस्याओं से जागरूक करने के लिए हर साल अक्टूबर महीने में 'ब्रेस्ट अवेयरनेस डे' मनाया जाता है।
यहां हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहें है, जो न सिर्फ ब्रेस्ट को हैल्दी रखेंगे बल्कि इससे आप कैंसर, ब्रेस्ट में ढीलापन, दर्द आधि जैसी समस्याओं से भी बची रहेंगी।
फैमली हिस्ट्री जानें
ब्रेस्ट कैंसर के लगभग 15% मामलें जेनेटिक यानि परिवारिक इतिहास वाले होते हैं। ऐसे में अगर आपके घर में किसी फस्ट-डिग्री संबंधी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ हो तो आपको भी इसके प्रति सचेत रहना चाहिए और समय-समय पर जांच करवानी चाहिए। आप चाहें तो इसके लिए जेनेटिक टेस्ट भी करवा सकती हैं, जिससे कि ब्रेस्ट कैंसर और अन्य जेनेटिक बीमारियों का पता लगाया जा सकता है।
चलिए अब जानते हैं ब्रेस्ट को हैल्दी रखने के कुछ टिप्स...
ऑलिव ऑयल
हफ्ते में कम से कम 2-3 बार जैतून या नारियल तेल से स्तनों की मसाज करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा और आप कई दर्द, खुजली, जलन जैसी परेशानियों से बची रहेंगी। साथ ही इससे ब्रेस्ट का ढीलापन भी दूर होगा।
हैल्दी डाइट लें
डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, नट्स, बीन्स, दालें, दूध, दही, मछली और ब्रोकली जैसी हैल्दी चीजों को शामिल करें। इससे शरीर को जरूर पोषक तत्व मिलते हैं और साथ ही इससे ब्रेस्ट की कोशिकाओं का विकास भी होता है, जिससे आप कैंसर जैसी बीमारियों से बची रहती हैं।
एरोबिक एक्सरसाइज
रोजाना कम से कम 30 के लिए व्यायाम करें। इसके लिए आप एरोबिक, योग, कार्डियो जैसी एक्सरसाइज कर सकती हैं। साथ ही फिजिकल एक्टिविटी भी ज्यादा करें।
शराब का सेवन करें कम
शराब का सेवन न सिर्फ कैंसर बल्कि ब्रेस्ट में दर्द, ढीलापन का कारण भी बनता है। ऐसे में इससे दूर रहना ही आपके लिए बेहतर होगा।
सही ब्रा का चुनाव
हर किसी की बॉडी शेप अलग-अलग होती है इसलिए साइज के हिसाब से ब्रा का चूज करें। गर्भवती और स्तनपान करवाने महिलाएं मैटरनिटी ब्रा और एक्सरसाइज के समय स्पोर्ट्स ब्रा पहनें। साथ ही रात में सोते समय ब्रा न पहनें।
सनस्क्रीन लोशन लगाएं
स्तन की स्किन सेंसटिव होती हैं। यहां लोशन ना लगाने से सनबर्न के साथ कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही झुर्रीदार क्लीवेज से बचने के लिए भी स्तन में सनस्क्रीन लगाना जरूरी है।
वजन कंट्रोल करें
बढ़ा हुआ वजन ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाता है, खासकर मेनोपॉज के बाद। ऐसे में जरूरी है कि आप अपना बॉडी मास इंडेक्स 23 से कम ही बनाकर रखें।
स्मोकिंग को कहें ना
धूम्रपान के कारण ब्रेस्ट ढीले पड़ जाते हैं। दरअसल, इसकी वजह से ब्रेस्ट में पाए जाने वाला इलास्टिन नामक प्रोटीन कमजोर हो जाता है, जिनसे यह ढीली हो जाती है। इसके अलावा वजन में कमी, गर्भधारण और हार्मोंस में बदलाव भी ब्रेस्ट ढीले होने का कारण हो सकता है।