वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की चीजों को व्यस्थित रखने से न केवल धन लाभ होता है बल्कि हमारी सेहत भी अच्छी बनी रहती हैं। अगर बात तनाव या डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारी की करें तो इनका संबंध भी वास्तु दोष से जुड़ा होता है। दरअसल, हम लोग जाने-अनजाने में घर को संवारने में ऐसी गलतियां कर बैठते है जो हमे तनाव देती है। अगर आप भी डिप्रेशन जैसी समस्या से जूझ रहे है तो जान ले कहीं इसकी वजह वास्तु दोष तो नहीं? चलिए आज हम आपको कुछ वास्तु टिप्स बताते है जो आपको हमेशा तनावमुक्त रखेंगे।
सुगंधित अगरबत्ती
अगरबत्ती वातावरण को सुगंधित करने के साथ मन को भी सुकून देता है। घर में बीमार व्यक्ति को रोज खुद 5 अगरबत्तियां सुलगाकर घर के सारे कोनों रखनी चाहिए। इससे वह खुद को स्वस्थ महसूस करेगा। साथ ही घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहेगी
ऐसी हो दीवारें
आपके घर अगर कोई तनाव जूझ रहा है तो घर की दीवारों, खिड़कियों, पर्दों और दरवाजों के लिए हलके रंगों का ही चुनाव करें। डार्क कलर से मन में उदासी आती है।
सोफा हो ऐसा
अपने ड्राइंग रूम में हल्के नीले रंग के सोफे रखें। इससे मन को शांति और सुकून मिलेने के साथ तनाव से राहत मिलेगी।
घर में न हों जाले
घर को रोज अच्छे से साफ करें जिससे मकड़ी के जाले न बने। जालों की वजह से रोगी का मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
किचन का स्लैब न हो ऐसा
किचन में ग्रेनाइट लगवाने ना लगाएं। ग्रेनाइट का काला रंग मन को प्रभावित करता है।
जूठे बर्तन साफ़ रखें
वास्तु के अनुसार, किचन हमेशा साफ़-सुथरा होना चाहिए। किचन के जूठे बर्तन तुरंत साफ़ कर दें और रात को कभी जूठे बर्तन ना छोड़ें
एक सीध में न हो पानी-आग के स्त्रोत
वास्तु की माने तो घर के किचन में कभी भी गैस और सिंक यानी पानी की बाल्टी को एक ही सीध में ना रखें।
ऐसे करें पूजा
घर में रोज प्रातः काल ही पूजा होनी चाहिए। पूजा के दौरान सूती आसन का प्रयोग करें। इससे पूजा का मन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा बीमार व्यक्ति को भी पूजा करनी चाहिए।