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ऐसी 5 बड़ी बीमारियां जिससे हर महिला को रहना चाहिए Alert

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 28 Jul, 2018 04:07 AM
ऐसी 5 बड़ी बीमारियां जिससे हर महिला को रहना चाहिए Alert

इस भागदौड़-भरी लाइफ और बिजी शेड्यूल के कारण महिलाएं अपने लिए समय ही नहीं निकाल पाती। मगर बढ़ती उम्र का असर सिर्फ चेहरे पर ही नहीं बल्कि सेहत पर भी पड़ता है। 40-45 की उम्र के बाद महिलाओं को कई बीमारियों का खतरा हो सकता है। क्योंकि 30-45 साल की आयु के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। इसलिए उम्र के इस पड़ाव पर महिलाओं को अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे हर महिला को सावधान रहना चाहिए और इनके लक्षण दिखने पर तुरंत चेकअप करवाना चाहिए।
 

1. ब्रैस्ट कैंसर
औरतों में ब्रैस्ट कैंसर होने का खतरा पुरूषों के मुकाबले बहुत ज्यादा होता है। बदलते लाइफस्टाइल और गलत खानपान के कारण महिलाएं तेजी से इस बीमारी की चपेट में आ रही है। इसलिए महिलाओं को इस बीमारी से बचने के लिए समय-समय पर ब्रेस्ट का अल्ट्रासाउंड या मेम्मोग्राम करवाना चाहिए। ब्रैस्‍ट में किसी भी तरह की बीमारी का पता चल जाए और समय रहते समस्‍या का समाधान भी किया जा सकता है।

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2. सर्वाइकल कैंसर
सर्वाइकल कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो महिलाओं को किसी भी उम्र में हो सकती है। 35 साल की उम्र के बाद महिलाओं को इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है। औरतों के लापरवाही बरतने के कारण उनमें यह कैंसर तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसलिए हर महिला को 18 साल की उम्र के बाद से हर तीन साल पर पैप स्मीयर टेस्ट टेस्ट कराना ही चाहिए।

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3. एंडोमेट्रिओसिस
एंडोमेट्रियोसिस गर्भाशय में होने वाली समस्‍या हैं। इसके कारण महिलाओं को भारी परेशानी उठानी पड़ती है, वहीं यह बीमारी इंफर्टिलिटी का कारण भी बन सकता है। यह समस्‍या किसी बाहरी संक्रमण के कारण नहीं बल्कि शरीर की आंतरिक प्रणाली में कमी के कारण होती है। इस बीमारी से सावधान रहने के लिए हर महिला को समय-समय पर सोनोग्राफी या लैप्रोस्कोपी टेस्ट करवाना चाहिए।

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4. एनीमिया और कुपोषण
एनीमिया और कुपोषण महिलाओं के लिए साइलेंट किलर डिसीज है। महिलाओं को यह समस्या पुरूषों से ज्यादा प्रभावित करती है। इसलिए इनके लक्षण दिखते ही तुरंत जांच करवानी चाहिए। इसके अलावा इससे बचने के लिए अनी सेहत का ध्यान रखें और हैल्दी डाइट लें।

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5. दिल के रोग
घर हो या ऑफिस, वर्क प्रैशर के कारण महिलाएं ज्यादा स्ट्रेस ले लेती हैं, जिसके कारण वह तनाव, डिप्रैशन के साथ हाइपरटेंशन की भी शिकार हो जाती है। इससे महिलाओं को हार्ट डिसीज होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा हार्मोन्स में बदलाव और गलत लाइफस्टाइल के कारण भी महिलाओं को दिल के रोग होने का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। इसलिए समय-समय पर दिल की जांच करवाते रहें।

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