कोरोना वायरस का कहर भारत में भी बढ़ता जा रहा है। हालाकि इसे रोकने के लिए हर राज्य व जिले में अलग-अलग कदम उठाए जा रहे हैं। वहीं कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बेहद सहारनीय कदम उठाए हैं। यही नहीं, खुद UNICEF (The United Nations Children's Fund) ने भी उनकी तारीफ की है।
यूनिसेफ व भारत की प्रमुख सुश्री यास्मिन अली हक ने मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा कोविड-19 से बचाव और रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की सराहना की। उन्होंने कहा, "इन दोनों कार्यक्रमों से समाज को बच्चों के साथ घरों में ही व्यस्त रखने और बच्चों को रचनात्मक गतिविधियां सिखाने में मदद मिलेगी। छत्तीसगढ़ का यह नवाचार माॅडल पूरे देश के लिए उदाहरण होगा।" उन्होंने कहा कि यूनिसेफ छत्तीसगढ़ सरकार के एक विश्वसनीय सहयोगी के रूप में साथ मिलकर काम करेगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कोरोना की रोकथाम के लिए किए यह काम
1. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा 24 लाख हितग्राहियों को घर-घर जाकर पोषण आहार दिया गया।
2. बच्चों के लिए रेडी-टू-ईट सामग्री व मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में सूखा राशन बांटा गया, ताकि महिलाओं एवं बच्चों को पोषण मिल सके।
3. गरीब परिवारों को लाॅकडाउन के दौरान 3 माह का निःशुल्क राशन का वितरण।
4. मनरेगा के माध्यम से 11 लाख से अधिक श्रमिकों को रोजगार दिलाने, आश्रय शिविरों के माध्यम से जरूरतमंदों के रहने खाने की व्यवस्था जैसे सहारनीय कार्य किए।
5. चकमक और सजग कार्यक्रम के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मोबाइल पर बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म फेसबुक और वाट्सएप पर टास्क दिशा निर्देश दिए जाएंगे।
6. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर इन कार्यक्रमों के बारे में जागरूक करेंगे और अभिभावकों के मोबाइल पर यह जानकारी भेजेंगे।
7. सरकारी दफ्तरों में पहले सैनिटाइजेशन फिर कामकाज के निर्देश दिए। सैनिटाइजेशन ड्राइव चलाकर कार्यालयों की साफ-सफाई, सैनिटाइजेशन, रंग-रोगन, हाथ धोने की व्यवस्था जैसी तैयारियां जल्द से जल्द करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के 28 जिलों में से 23 जिले ग्रीन जोन, 4 जिलों को ओरेंज जोन और कोरबा जिले को रेड जोन में रखा गया है।