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Inspired Lifestory: बेहद गरीबी में बिता कॉमेडियन भारती का बचपन, मोटापे के लिए सुनती थी रोज ताने

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 11 Mar, 2019 01:55 PM
Inspired Lifestory: बेहद गरीबी में बिता कॉमेडियन भारती का बचपन, मोटापे के लिए सुनती थी रोज ताने

कॉमेडी दुनिया की बेमिसाल शख्सियत 'लल्ली' यानी भारती सिंह ने अपने जीवन में इस मुकाम तक पहुंचने के लिए बड़े संघर्ष किए हैं। वह इंडियन टीवी इंडस्ट्री की पहली महिला स्टैंडअप कॉमेडियन हैं। 2016 में फोर्ब्स ने टॉप 100 कॉमेडियंस की लिस्ट जारी की थी, जिसमें भारती को 98वीं रेंक हासिल मिली थी लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए भारती को कड़े सघर्ष से गुजरना पड़ा। एक समय था जब सब को हंसाने वाली भारती बढ़े हुए वजन की वजह से रात-रातभर रोया करती थीं। मगर आज वह मोटापे के कारण हीन भावना के शिकार होने वाले लोगों के लिए एक मिसाल बन चुकी हैं। भारती अपनी इस कामयाबी का श्रेय भी मोटापे और अपनी मां को देती है। चलिए आपको बताते हैं सबके दिलों पर राज करने वाली भारती का कैसे रहा भारती का सक्सेस सफर।

गरीबी में बीता भारती का बचपन

भारती एक मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखती हैं और वह तीन भाई-बहन हैं। भारती ने बताया कि उन्होंने 2 साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था इसलिए उनसे जुड़ी कोई भी याद उनके साथ नहीं है। वह कहती हैं कि मेरी मां ने दूसरी शादी करने की बजाए हमारे लिए स्ट्रगल का रास्ता चुना इसलिए हमारा जीवन गरीबी में गुजरा। कई बार तो उन्हें आधा पेट खाना खाकर ही सोना पड़ता था।

 

गोल्ड मेडलिस्ट है भारती

पंजाब के अमृतसर शहर में 1984 में जन्मी भारती ने इतिहास में एमए की डिग्री हासिल की है। कॉलेज के दिनों में वह पिस्टल शूटिंग और तीरंदाजी की खिलाड़ी थीं। उन्होंने शूटिंग में कई मेडल अपने नाम किए हैं। वह राइफल शूटर बनना चाहती थी लेकिन आर्थिक तंगी ने उनके सामने कई मुश्किलें खड़ी की। मगर उन्होंने अपनी जिंदगी में हार नहीं मानी।

 

कॉलेज की फीस भरने के लिए नहीं होते थे पैसे

वह कॉलेज के दिनों में नेशनल और स्टेट लेवल के कॉम्पीटिशन में पंजाब को रिप्रेजेंट भी कर चुकीं है। मगर बाद में उन्हें कॉलेज छोड़ना पड़ा क्योंकि उनके पास फीस भरने के लिए भी पैसे नहीं थे। हालांकि, पंजाब के लिए उन्होंने कई मैडल जीते, जिनकी वजह से उनकी एजुकेशन फ्री हो गई। उन्होंने पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी से हिस्ट्री में M.A की स्टडी भी की है।

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स्कूल में 'हाथी का बच्चा' कहकर चिढ़ाते थे बच्चे

उन्होंने बताया कि जन्म के समय ही उनका वजन 5 कि.लो. के आसपास था, जिसे असामान्य कहा जा सकता है। स्कूल के दिनों में मोटापे के कारण उन्हें 'मोटी' और 'हाथी का बच्चा' जैसे शब्दों से चिढ़ाया जाता था। उन्होंने कहा, ' बढ़े वजन की वजह से मैं रात-रातभर रोया करती थी। कॉलेज के दिनों में जब मैं लड़कियों को जींस और टॉप पहने देखती थी तो ईर्ष्या होती थी। मुझे याद है कि मैं गार्डन में बैठकर उन लड़कियों को देखती थी और मोटापे के लिए भगवान को कोसती थी। हालांकि, अब मैं खुद को खुशकिस्मत मानती हूं। मेरा मोटापा ही मेरे लिए सबसे बड़ा वरदान साबित हुआ।'

 

अपनों ने ही की भारती के काम की आलोचना

वह कहती हैं, 'मेरे पास पैसे नही थे इसलिए मैंने एक्टिंग लाइन को चुना। मेरी फैमिली बहुत ही आर्थिक तंगी से जूझ रही थी। जब मैं करियर बनाने के लिए अमृतसर से मुंबई आई तो मेरे रिलेटिव्स संदेह करते थे। इतना ही नहीं, जब में स्टेज पर कॉमेडी भी करती थी तो वे मेरा मजाक उड़ाते थे लेकिन अब वह अपने बच्चों को मुंबई में करियर बनाने की सलाह देते हैं।'

 

'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' से शुरु हुआ भारती का सफर

'द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज' सीजन-4 से भारती ने अपने करियर की शुरूआत की और यहीं से वह 'लल्ली' के नाम से मशहूर हुई। भारती पहली महिला कॉमेडियन थी, जो लाफ्टर चेलेंज में रनरअप बनी थी। इसके बाद भारती ने ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके बाद उन्होंने कई सारे कॉमेडी शो किए, जहां उन्हें सफलता मिली।

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लाखों में कमाई

भले ही भारती ने एक समय में बुरा वक्त देखा हो लेकिन आज उनकी कमाई लाखों में है। खबरों के मुताबिक वो एक शो के करीब 25 से 30 लाख रुपये लेती हैं। साथ ही लाइव इंवेट में आने के लिए करीब 15 लाख तक चार्ज करती हैं।

 

पति हर्ष से 7 साल बड़ी

एक इंटरव्यू में भारती सिंह ने कहा कि, 'मैंने कभी प्यार नही किया था, मुझे लगता था कि मोटी हूं तो किसी मोटे से ही शादी होगी, लेकिन हर्ष ने मुझे प्यार करना सिखाया। उसके 'आई लव यू' क हने से मेरे में बदलाव आया।' बता दें कि भारती अपने पति हर्ष से 7 साल बड़ी हैं। जहां भारती 32 साल की हैं वहीं उनके ब्वॉयफ्रेंड हर्ष लीमभाचिया उनसे करीब 7 साल छोटे हैं।

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खुद को सक्सेसफुल महिला नहीं मानती भारती

उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी सोसाइटी में ज्यादा महिला स्टैंडअप कॉमेडियन नहीं देखी। लड़कियां मिस यूनिवर्स तो बनना चाहती है लेकिन कोई भी स्टैंडअप कॉमेडियन में करियर नहीं बनाना चाहती। मगर वह यहीं समझती कि वो हमेशा अच्छी नहीं दिख सकती लेकिन टैलेंड हमेशा साथ रहेगा। जब मैं लड़कियों को स्टैंडअप कॉमेडी में करियर बनाते देखूंगी, तब खुद को सक्सेसफल महिला का दर्जा दूंगी।'

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