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किन्नर होने पर गर्वः प्यार भी किया, अधिकार भी लिया, लक्ष्मी नारायण की आत्मकथा

  • Edited By Sunita Rajput,
  • Updated: 09 Jul, 2020 01:56 PM
किन्नर होने पर गर्वः प्यार भी किया, अधिकार भी लिया, लक्ष्मी नारायण की आत्मकथा

लोग चाहे चांद तक पहुंच गए हो लेकिन रूढ़िवादी सोच पीछा नहीं छोड़ रहीं। फिर वह सोच किसी परंपरा, धर्म या लिंग को लेकर ही क्यों ना, आज भी हमारे समाज में ट्रांसजेंडर को अजीब तरीके से देखा व ट्रीट किया जाता हैं। हैरानी की बात तो यह है कि सरकार के पास ट्रांसजेंडर्स कम्यूनिटी का कोई सही आंकड़ा ही नहीं है। इस नजरिए से देखा जाए तो ट्रांसजेंडर्स भारत की जनसंख्या की गिनती में ही नहीं आते। ऐसे ही समाज के लिए समीहा बनकर उभरी लक्ष्मी नारायण, जो ट्रांसजेंडर्स के अधिकारों के लिए काम करती हैं।   

कौन हैं लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी

महाराष्ट्र के ब्राह्मण परिवार में जन्मीं लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बचपन में डांस की प्रोफेशनल ट्रेनिंग ली थी। उन्होंने भरतनाट्यम में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। किन्नर अखाड़ा की आचार्य और पॉलिटिशियन महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं हैं। लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की निजी जिंदगी और उनकी लव स्टाेरी बेहद राेचक है। बिग बाॅस फेम लक्ष्मी नारायण ने बेहद कम समय में दुनिया भर में ख्याति हासिल की। चलिए आपको बताते हैं कि आखिर महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की कहानी...

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1999 से लड़ रही है किन्नरों के अधिकार के लिए 

लक्ष्मी का असली मकसद किन्नर समाज को समानता का अधिकार दिलाना है जिसके लिए वो करीब 1999 से लड़ाई लड़ रही हैं। उनकी लिखी किताब 'मी हिजड़ा, मी लक्ष्मी' चर्चा में रही थी। उनके काम और ट्रांसजेंडर्स के प्रति उनकी भावनाओं को देखते हुए 2 मई 2016 में लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को किन्नर अखाड़े की पहली महामंडलेश्वर बनाया गया। इसके अलावा वह यूनाइटेड नेशंस सिविल साेसायटी टास्क फाेर्स की सदस्य रह चुकी हैं। बता दें कि लक्ष्मी पहली किन्नर हैं जो संयुक्त राष्ट्र में एशिया प्रशांत क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। इतना ही नहीं, अपने समुदाय और भारत का प्रतिनिधित्व टोरंटो में विश्व एड्स सम्मेलन जैसे मंचों पर कर चुकी हैं। किन्नर समुदाय के समर्थन और उनके विकास के लिए संगठन चलाती हैं जिसका नाम अस्तित्व हैं। 

किन्नर होने पर लक्ष्मी को गर्व 

लक्ष्मी को अपने किन्नर होने पर गर्व हैं। एक इंटरव्यू में लक्ष्मी ने अपना आत्म कथा सुनाते हुए कहा था कि जब उनका जन्म हुआ तो डॉक्टर ने उनके सर्टीफीकेट में मेल (Male) भरा लेकिन मैं मेल और फिमेल बॉक्स में नहीं रहना चाहती थी। स्कूल में भी मैं वॉशरूम जाने से डरती थी, ताकि कोई मुझे बुली ना करें। मैं अपनी स्त्रीत्व (Femininity) से प्यार करती हूं लेकिन इसके लिए मुझे काफी कुछ सहना पड़ा। मगर, एक दिन मैंने सोचा नो (NO), बस बहुत हुआ। उस ना से मुझे बहुत हिम्मत मिलीं। उन्होंने कहा भगवत गीत में लिखा है कि मैं सिर्फ एक पुरूष है बाकी सारी प्रकृति नारी है।

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यहीं सीख वो बाकी लोगों को भी देती हैं। लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने कहना है कि अगर माता-पिता अपने ट्रांसजेंडर बच्चे को किन्नरों के पास छोड़ने की बजाए उन्हें खुद ही पालें तो किन्नर बनेंगे ही नहीं। लक्ष्मी अपने माता-पिता के काफी क्लोज हैं, खासकर पिता से जिनके साथ वो हर बात शेयर करती हैं। 

रियालिटी व फैशन शोज में भी आ चुकी हैं नजर

लक्ष्मी ना सिर्फ किन्नर समाज के लिए लड़ रहती है बल्कि टीवी शोज में भी अपना अलग छाप छोड़ चुकी हैं। वह सलमान खान के टीवी शो बिग बॉस के 5वें सीजन में कंटेस्टेंट रह चुकी हैं। इसके अलावा 'सच का सामना', 'दस का दम' और 'राज पिछले जन्म का' में भी नजर आ चुकी हैं। हुनर के अलावा बात अगर उनके फैशन की करें तो वो एक्ट्रेस को भी टक्कर देता हैं। उनका ड्रेसिंग सेंस भी गजब का है। उनके पास महंगी साडिय़ों का कलेक्शन और खूबसूरत ज्वैलरी भी है। इतना ही नहीं वह टैटू का भी शौक रखती हैं। लक्ष्मी ने एक बेहतरीन माॅडल के रूप में भी काम किया है और कई फैशन शोज में अपनी खूबसूरती का जलवा बिखेर चुकी हैं। 

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वहीं बात अगर उनकी लवलाइफ की करें तो साल 2012 में उनकी जिंदगी में विक्की थाॅमस नामक शख्स आया और दाेनाें के बीच प्यार हाे गया। विक्की ने उनका हर कदम पर साथ दिया है और आगे भी देते रहेंगे। दोनों अपनी लाइफ में काफी खुश है। 

तो यह वो जिन्होंने समाज की रूढ़िवादी सोच की पछाड़ा और अपने समुदाह के लोगों के मसीहा बनी और उनको समाज में बाकी लोगों की तरह पूरा अधिकार दिलाने में मदद कर रही हैं। 

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