70-80 दश्क की फेमस एक्ट्रेस जरीना वहाब का आज जन्मदिन है। 1959 को आंध्र प्रदेश में जन्मी जरीना फिल्म चितचोर और गोपाल कृष्णा में अपनी दमदार एक्टिंग के लिए फेमस है। जरीना को अपने करियर के शुरूआत में काफी संघर्ष करना पड़ा। उनकी फिल्मों में आने की कहानी काफी दिलचस्प है।
सांवले रंग की वजह से कई बार होना पड़ा रिजेक्ट
जरीना ने पुणे में फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का एड देखा और एडमिशन के लिए आवेदन किया। वही उस दौर में हीरोइन का गोरा रंग होना जरूरी था। जरीन को सांवले रंग की वजह से कई बार रिजेक्ट होना पड़ा। एक बार वह फिल्म में रोल पाने के लिए राज कपूर के पास गई। राज कपूर ने उन्हें देखकर सीधा कह दिया कि तुम कभी भी हीरोइन नहीं बन सकती।
जीनत अमान के साथ की पहली फिल्म
प्रतिभा होते हुए भी जरीना को काम नहीं मिला। जरीना की खूबियों को देखते हुए डायरेक्टर ऋषिकेश मुखर्जी अपनी फिल्म 'गुड़्डी' में उन्हें लेना चाहते थे लेकिन आखिरी वक्त में यह रोल जया बच्चन को मिल गया।
फिर जरीना को बता चला कि देव आनंद अपनी फिल्म इश्क इश्क इश्क के लिए एक नया चेहरा ढूंढ रहे हैं तो जरीना ऑडीशन के लिए गई। उन्हें फिल्म में जीनत अमान की बहन का रोल मिला लेकिन फिल्म फ्लॉप साबित हुई। उन्हें पहचान मिली फिल्म चितचोर से। इस फिल्म से वह लोगों के बीच अपनी पहचान बना पाई। बाद में उन्होंने 'घरौंदा', 'अनपढ़', 'सावन को आने दो', 'नैया', 'सितारा', 'तड़प' जैसी फिल्मों में काम किया।
फिल्म के सेट पर हुई आदित्य पंचोली से मुलाकात
फिल्म 'कलंक का टीका' के सेट पर जरीना की मुलाकात हुई आदित्य पंचोली से। पहली मुलाकात के बाद दोनों में नजदीकियां बढ़ी और 20 दिन बाद जरीना-आदित्य ने शादी भी कर ली। इनकी शादी के बाद कलास लगाए गए कि यह रिश्ता जल्द ही टूट जाएगा लेकिन जरीना ने अपनी जिम्मेदारियों को अच्छे से निभाया। वह दो बच्चों की मां है। सना और सूरज। उनके बच्चे भी एक्टिंग में ही करियर बना रहे हैं।