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भारत की इस बेटी ने पहली बार “मिस यूनिवर्स” कॉन्टेस्ट में लिया था हिस्सा

  • Updated: 26 May, 2017 12:34 PM
भारत की इस बेटी ने पहली बार “मिस यूनिवर्स” कॉन्टेस्ट में लिया था हिस्सा

पंजाब केसरी(लाइफस्टाइल)- भारत की महिलाओं ने अपनी काबलियत के दम पर दुनिया में बड़े से बड़े मुकाब हासिल किए हैं। उनके हिम्मत और जज्बे को देखकर यह बाकी लड़कियों के लिए भी मिसाल बन चुकी हैं। आज हम भारत की जिस बेटी की बात कर रहे हैं वह है इंद्राणी रहमान। उन्होने भारत की ओर से पहली बार 1952 में  इंटरनेशनल ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया और मॉडलिंग की दुनिया में बाकी लड़कियों के लिए मिसाल कायम की। मिस यूनिवर्स कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेने के बाद इसी साल इन्होने मिस इंडिया का खिताब भी जीता था। 

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इंद्राणी ने जब इन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया तब वह 2 बच्चों की मां थी। इनके हौसले और हुनर ने सुष्मिता सेन और लारा दत्ता जैसी मिस यूनिवर्स को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। कहा जाता है कि मॉडलिंग सिर्फ सिंगल लड़कियां ही करती हैं लेकिन शादीशुदा होने और 2 बच्चों की मां होने के बाद भी वह इतने बड़ें मंच पर पहुंची थी।

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इस प्रतियोगिता में इंद्राणी ने स्विम सूट भी पहना लेकिन इसके बावजूद वह अपनी संस्कृति को नहीं भूली। उन्होने माथे पर बिंदी और बालों पर गजरा भी लगाया हुआ था। इस राउंड मेें इंद्राणि 30 कन्टेस्टंट के बीच अपनी जगह बनाने में सफल हुई थीं।

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कामयाब मॉडल होने के साथ-साथ वह अच्छी डांसर भी थीं। उन्होने 9 साल की उम्र से ही भरतनाट्यम, कुच्चीपुड़ी और ओडिसी जैसे नृत्यों की ट्रेनिंग लेना शुरू कर दी थी। इंद्राणी की शादी 15 साल की उम्र में हबीब रहमान के साथ हो गई थी जो पेशे से जाने-माने आर्किटेक्ट थे। इंद्राणि को पद्मश्री,संगीत नाटक अकादमी अवॉर्ड और तारकनाथ दास अवॉर्ड से नवाजा गया था। 

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वह पहली भारतीय थीं जिन्होने यूएस प्रेसिडेंट जॉन कैनेडी और प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के सामने नृत्य को प्रस्तुत किया था। इसके अलावा उन्होने  क्वीन एलिजाबेथ 2, माओ जिदांग, फीदल कास्त्रो के सामने भी अपने हुनर को प्रदर्शित किया था। इंद्राणी सन् 1976 में न्यूयॉर्क चली गई और वहीं सैटल हो गईं। उन्होने अमेरिकन यूनिवर्सिटी और हावर्ड यूनिवर्सिटी में बतौर शिक्षिका भी काम किया। इसके अलावा वह न्यूयॉर्क लिंकन सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आट्र्स में फैकल्टी मेंबर के तौर काम करती रहीं। सन् 1999 में मानहाटन में उनका निधन हो गया। 
 

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