संगीतकार और गायक राहुल देव बर्मन का आज यानी 27 जून को जन्मदिन है। राहुल देव को ज्यादातर लोग प्यार से 'पंचम दा' कहकर बुलाते हैं। आज उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको पंचम दा और आशा भोसले की प्रेम कहानी के बारे में बताएंगे।
पंचम दा और आशा जी पहली बार एक-दूसरे से 1956 ई में मिले थे। उस समय आशा जी की बॉलीवुड में अच्छी खासी पहचान थी, जबकि पंचम दा टीनएेजर थे। पहली मुलाकात के तकरीबन 10 साल बाद पंचम दा ने आशा जी को फिल्म 'तीसरी मंजिल' में गाना गाने के लिए संपर्क किया। इसके बाद इन दोनों ने साथ में कई सुपर-हिट गाने गाए। साथ में काम करते-करते दोनों एक दूसरे को चाहने लगे। मगर इन दोनों के लिए शादी करना इतना आसान नहीं था। इसका कारण था पंचम दा की मां। वह नहीं चाहती थी उनका बेटा खुद से 6 साल बड़ी लड़की से शादी करे।
जब पंचम दा ने मां से शादी के लिए आज्ञा मांगी तो उन्होंने कांपती हुई आवाज में कहा- 'जब तक मैं जिंदा हूं ये शादी नहीं हो सकती, तुम चाहो तो मेरी लाश पर से ही आशा भोसले को इस घर में ला सकते हो।' इसके बाद पंचम दा ने शादी के लिए लंबा इंतजार किया। उन्होंने आशा से उस समय शादी की जब उनकी मां ने किसी को भी पहचानना बंद कर दिया था। इस तरह इतनी मुश्किलों के बाद पंचम दा और आशा जी एक हो पाएं।
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