फादर्स डे मनाने का इंतजार कर रही 12 साल की खुशी को उसी दिन अपने पिता को मुखाग्नि देनी पड़ी। रविवार को फादर्स डे पर खुशी के पिता जय वाटवानी की हार्ट अटैक से मौत हो गई, जिसके बाद इकलौती संता बेटी ने अंतिम संस्कार की सभी रस्मों को पूरा करने के बाद उन्हें मुखग्नि दी।
मुखाग्नि देते हुए बेटी ने जब पित से 'हैप्पी फादर्स डे...आई लव यू पापा कहा।' तो वहीं मौजूद लोगों की आंखे नम हो गई। निधन के बाद परिजनों की सहमति से खुशी ने अपने पिता के अंगों को दान करने की इच्छा जाहिर की लेकिन कुछ कारणों के कारण उनकी सिर्फ आंखें ही दान की जा सकी।
गारमेंट व्यवसायी जय वाटवानी (38) का 15 दिन पहले एक दुर्घटना में पैर फ्रैक्चर हो गया था। शनिवार रात अचानक दर्द होने पर वे पास के ही किसी अस्पताल में गए। वहां डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया लेकिन दर्द कम नहीं हुआ। इसी दौरान परिजन उन्हें एक अन्य निजी अस्पताल लेकर गए लेकिन इसी दौरान दिल का दौरा पड़ने पर उनकी मौत हो गई।
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