घर की टेंशन हो या फिर ऑफिस की, तनावयुक्त जीवनशैली के चलते आजकल हर दूसरा व्यक्ति हाईपरटेंशन यानि हाई बीपी का मरीज बनता चला जा रहा है। कई मरतबा लोग जेनेटिक भी इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। एलोपेथिक डॉक्टर इस बीमारी का समाधान जहां दवाइयों को बताते हैं वहीं आयुर्वेद में इस बीमारी को योग के जरिए खत्म करने की सलाह देते हैं। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि आप किस तरह से योग के जरिए आप हाई बीपी पर नैचुरल तरीके से कंट्रोल पा सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर के लक्ष्ण
नींद न आना, सिर या फिर खोपड़ी में दर्द, चक्कर आना, सिर भारी-भारी लगना, सुस्ती,चिड़चिड़ापन, सांस फूलना, नींद न आना या फिर बहुत ज्यादा सोना हमेशा झपकियां लेते रहना,कभी-कभी नकसीर फूटना, हदय-के आस पास में दर्द महसूस होना, अंगों का अक्सर सो जाना इत्यादि हाई बीपी के लक्ष्ण हैं।
योग से पाएं हाई बीपी पर कंट्रोल
उच्च रक्तचाप जैसी बीमारी से निजात पाने के लिए योग बहुत फायदेमंद रहता है। यदि आप रोजाना सुबह उठकर कपालभाति, बाह्य प्राणायाम, उज्जाई, अनुलोम विलोम, भ्रामरी, उद्गीत, भस्त्रिका और प्रणव का ध्यान करते हैं तो आप इस जानलेवा बीमारी पर आसानी से काबू पा सकते हैं। इन सभी प्राणायाम को धीमा गति से ही करें। ध्यान रहे यदि आप इन प्रायाणामों को तेज गति से करते हैं तो बीपी ज्यादा भी हो सकता है, जिससे आपकी परेशानी और भी बड़ सकती है। इन योग आसनो को करने से आपके तनाव कम होगा जिससे आपकी बॉडी का ब्लड प्रेशर नार्मल रहेगा।
लौकी का जूस
बॉडी के रक्त संचार को कंट्रोल करने में लौकी का जूस बहुत फायदा करता है। लौकी का जूस तनाव, स्किन और हार्ट से जुड़ी बीमारियों से भी बचाता है। दिन में 200 से 250 ग्राम लौकी का जूस आपके शरीर के लिए बेहद लाभकारी होता है लेकिन ध्यान रहे कि लौकी का जूस कड़वा नहीं होना चाहिए वरना आपको उल्टी, दस्त जैसी समस्या भी हो सकती है। ताजी लौकी के जूस का सेवन करने से आपकी स्किन में चमक आएगी, पेट साफ रहेगा, तनाव से मुक्त रहेंगे। आप चाहें तो 40 से 50 ग्राम लौकी का जूस बच्चों को भी पिला सकते हैं। आप जूस के कड़वेपन को शहद डालकर दूर कर सकते हैं।