महिलाओं आज किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं है। इसकी उदाहरण है मोराची चिंचोली, जिन्होंने अपनी बहादुरी से कई पैसेंजर की जान बचाई। दरअसल, हाल ही में एक बस ड्राईवर में अचानक हार्ट अटैक के लक्षण दिखाई दिए तो महिला ने अपनी सूझ-बूझ से यात्रियों से भरी बस को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाया।
महिला की बहादुरी को सलाम
महिला ने ना सिर्फ बस का स्टयरिंग अपने हाथ में लिया बल्कि उसे 10 कि.मी. तक ड्राईव भी किया। इसके बाद वह ड्राइवर को अस्पताल ले गई और यात्रियों की भी मदद की। उन्होंने गांव में बस ड्राइवर को शिकारपुर अस्पताल में भर्ती करवाया और मेडिकल हेल्प दिलवाई। इसके बाद वह बस में सवार महिलाओं को सुरक्षित वाघोली में छोड़ने भी गईं। महिला के इस साहस की काफी चर्चा हो रही है।
10km गाड़ी चलाकर बचाई पैसेंजर की जान
खबरों के मुताबिक, पुणे, वाघोली में रहने वाली कई महिलाएं, मोराची चिंचोली पिकनिक के लिए गई हुई थी। पिकनिक के बाद वह घर जाने के लगी तो थोड़ी दूर जाने पर ड्राइवर में दौरे के लक्षण दिखने लगे। इसके बाद उन्होंने ड्राइवर को बस रोकने के लिए कहा और खुद ड्राइव करने लगी।
पहली बार ड्राइव की बस
बस रुकते ही ड्राइवर को दौरा पड़ गया और तब योगिता ने बस का स्टियरिंग संभाला। योगिता ने बताया कि उन्होंने अपनी जिंदगी में पहली बार बस चलाई है। हालांकि वह कार चलाना जानती थीं।