आजकल काम का ज्यादा प्रैशर होने के कारण हर कोई स्ट्रेस से गुजर रहा है लेकिन सबसे ज्यादा वर्क प्रेशर और स्ट्रेस लड़कियों को झेलना पड़ता है। ऑफिस के साथ घर संभाल रही महिलाओं को तो स्ट्रेस के साथ डिप्रेशन, तनाव का सामना भी करना पड़ता है। आमतौर पर महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले ज्यादा स्ट्रेस का सामना करना पड़ता है। ज्यादा तनाव लेने के कारण उनमें डिप्रेशन का खतरा भी पुरुषों के मुकाबले ज्यादा होता है। वह अपनी इच्छाओं को पूरा करने की बजाए दूसरों की जरूरतों को पूरा करने की कोशिश करती हैं। ऐसे में उनका तनाव और स्ट्रेस बढ़ जाता है और वह नहीं समझ पाती कि काम और जिम्मेदारियों के प्रेशर के कारण उन्हें और भी परेशानी हो सकती है।
बदलता लाइफस्टाइल और स्ट्रेस आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है। नियमित रूप से इस स्ट्रेस और चिंता से ग्रस्त महिलाएं अक्सर परमानेंट स्ट्रेस का शिकार हो जाती हैं। ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि आप समय रहते इसे दूर करें। आज हम आपको कुछ ऐसे ही उपाय बताने जा रहे हैं, जिससे आप अपने स्ट्रेस और डिप्रैशन से दूर रह सकती हैं।
इसलिए होता है महिलाओं को Stress
दरअसल, महिलाएं भावनात्मक तौर पर कमजोर और अस्थिर होती हैं। ऐसे में वह काम के प्रैशर के कारण दवाब महसूस करती हैं और काम तथा पारिवारिक जीवन के बीच संतुलित बिठाते-बिठाते वह डिप्रैशन और स्ट्रेस का शिकार हो जाती हैं। ऐसे में वर्कप्लेस मैनेजमेंट को महिला कर्मचारी के साथ सहयोग करना चाहिए। जब कभी भी उन्हें घर से काम करने की जरूरत हो, तो आॅर्गेनाइजेशन द्वारा महिला कर्मचारियों को इसकी अनुमति दी जानी चाहिए। इसके अलावा उन्हें महिलाओं के साथ किए जाने वाले भेदभाव को भी कंट्रोल करना चाहिए।
ऐसे रहें स्ट्रेस से दूर
1. टाइम मैनेजमेंट भी है जरूरी
स्ट्रेस से बचने के लिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपना टाइम घर और ऑफिस को ध्यान में रखकर मैनेज करें। अपने जरूरी कामों को समय के जो काम आपके लिए ज्यादा जरूरी है, उन्हें उचित प्राथमिकता दें। इसके अलावा काम और ऑफिस के कामों के बीच में से अपने लिए भी समय निकालें।
2. पैड में नोट करें सारे जरूरी काम
काम के चक्कर में आप अपनी नींद भी पूरी नहीं कर पाती और समय से पहले ही उठ जाती हैं। अगर आप चाहती हैं कि ऐसा न हो तो आप अपने बिस्तर के सिरहाने एक नोटपैड या सेलफोन रख लें। इससे अपनी नींद पूरी भी कर लेंगी और समय से उठ भी जाएंगी।
3. ज्यादा न सोचे
जरूरत से ज्यादा सोचने रहने से दिमाग काम करना बंद कर देता है। इससे कई बार दिमागी और मानसिक परेशानी होने लगती हैं। जब भी आपको किसी बात की चिंता हो तो उसको अपने किसी दोस्त या परिवार वालों के साथ शेयर करे और जितना हो सके कम सोचें।
4. बातचीत करना है बेहद जरूरी
खुद को रिलेक्स करने के लिए कम्युनिकेशन बहुत अच्छा ऑप्शन है। अपनी टेंशन किसी से शेयर न करके आप उसे और भी बढ़ावा देती हैं। इसलिए अपने किसी भी फैमिली मैंबर्स से अपनी टेंशन जरूर शेयर करें। व्यस्त शेड्यूल के दौरान, स्ट्रेस से राहत पाने के लिए आप अपने साथी कर्मचारी, दोस्त और परिवार मैंबर्स से मददग लेना काफी मददगार होता है।
5. आप खुद ही हैं अपने स्ट्रेस का इलाज
महिलाएं अपने जीवन में स्ट्रेस से खुद ही निपट सकती हैं। इसका इलाज और कोई नहीं, वह खुद ही कर सकती हैं। हीलिंग और सेल्फ-केयर के लिए अच्छी तरह से तैयार किया गया प्लान उन्हें स्ट्रेस और एंजाइटी का मैनेजमेंट करने में मदद करेगा और वह अपने आॅफिस तथा निजी लाइफ में पूरा बैलेंस बैठा पाएंगी।
6. मेडिटेशन भी है सहायक
स्ट्रेस को दूर करने के लिए आप सुबह उठकर मेडिटेशन, योग और व्यायम करें। अगर आप रोज व्यायाम करती हैं तो आपको तनाव को कम करने में बहुत मदद मिलेगी। क्योंकि व्यायाम के समय और बाद में हमारी मांसपेशियों की बहुत अच्छी एक्सरासाइज होती है और उन्हें आराम भी मिलता है। जिस से हमें नींद लेने में आसानी होती है और हमारा मूड भी अच्छा रहता है। इससे आप स्ट्रेस और डिप्रैशन से बची रहती हैं। इसलिए रोज व्यायाम जरुर करे।
7. डाइट पर दें ध्यान
स्ट्रेस को कंट्रोल करने के लिए आप स्वस्थ और फिट रहना बहुत जरूरी हैं। इसलिए अपनी डाइट पर खास ध्यान दें। ब्रेकफास्ट से लेकर डिनर तक को टाइम पर करें। और इसमें ज्यादा से ज्यादा हैल्दी चीजें शामिल करें। अनहेल्दी फूड और चाय-कॉफी से दूर रहें।
8. पोटेशियम युक्त आहार
पोटेशियम एक मिनरल है, जो हार्टबी को सामान्य रखने में मदद करता है और ऑक्सीजन को मस्तिष्क तक पहुंचाता है। यह शरीर में पानी के संतुलन को भी नियमित बनाए रखता है। जब हम मानसिक तौर पर तनाव की चपेट में होते हैं तो हमारा मेटाबॉलिक रेट बढ़ने लगता है जिसके कारण शरीर में पोटेशियम का स्तर गिरने लगता है। इसलिए तनाव से बचने के लिए यह बहुत जरूरी है आप पोटेशियम युक्त भोजन करें।
9. मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना
जब आप तनाव में होते है तो आपका मानसिक स्वास्थ्य सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। इसलिए मानसिक स्वास्थ को ठीक रखना बहुत जरूरी है। इसे ठीक रखने के लिए अपनी डाइट में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा युक्त चीजों को शामिल करें। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ऊर्जा के प्रमुख स्रोत है। जब आपका मन अच्छा होगा तभी आप आप अपना काम ठीक से कर पाएंगी।
10. गहरी नींद लेना
जब आप गहरी नींद लेते है तो तब आपको काफी रिलेक्स मिलता है और आप बेहतर महसूस करते है लेकिन घर और ऑफिस के काम के चक्कर में महिलाएं अपनी नींद भी पूरी नहीं कर पाती। ऐसे में आप जब भी तनाव महसूस करें तो कुछ देर आंखें बंद करके गहरी सांस लें। इसके अलावा कोशिश करें आप 7 घंटे की नींद पूरी ले सकें। क्योंकि तनाव से बचने के लिए हर व्यक्ति को कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए।