विटामिन डी (Vitamin D): बच्चों का पालन पोषण करने के लिए मां-बाप को उनका पल-पल ध्यान रखना पड़ता है। खाना-पीना,सही समय पर सोना शारीरिक विकास के लिए खेलने का समय भी देना। इसके बावजूद भी कुछ बच्चों के शारीरिक विकास में कमी रह जाती है। जिसमें से एक है विटामिन डी की कमी, जिससे बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। शुरू में ही अगर इसकी तरफ ध्यान दिया जाए तो आने वाली परेशानी को पहले ही दूर किया जा सकता है।
विटामिन डी की कमी के लक्षण
1. जिन बच्चों में विटामिन डी की कमी होती है उनकी खोपड़ी बहुत कोमल होती है। बच्चे में इस तरह के लक्षण दिखाई दे तो जल्द ही इलाज शुरू कर दें।
2. विटामिन डी की कमी से बच्चों की हड्डियां कमजोर होनी शुरू हो जाती है। जिससे बच्चा अपने ही बॉडी का वजन सही तरीके से नहीं संभाल सकता। इससे उसे बैठने-उठने में भी दिक्कत आती है।
3. इस कमी के चलते बच्चे जब थोड़ा सा झुकते हैं तो उनकी रीढ़ की हड्डी पर इसका असर पड़ता है।
4. अगर बच्चा हाथों की उंगुलियां और पैर सीधे नहीं रख पा रहा तो बिना किसी देरी के डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
इस तरह करें देखभाल
1. बच्चे को विटामिन डी से भरपूर आहार खाने को दें।
2. धूप विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत है। रोजाना सुबह की धूप बच्चे को जरूर दिलाएं।
3. डॉक्टरी सलाह से दवाई शुरू करें।
4. बच्चे की सेहत को ध्यान में रखते हुए हल्की-फुल्की सैर जरूर करवाएं।