आँखों की देखभाल : आजकल मां-बाप दोनों ही अपने-अपने काम में इतना ज्यादा व्यस्त होते हैं कि बच्चों को मोबाइल,लैपटॉप या फिर कंप्यूटर देखने के लिए दे देते हैं। जिससे बच्चा घंटों आराम से तो बैठा रहता है लेकिन इनसे निकलने वाली तेज रोशनी का असर बच्चों का आंखों पर पड़ता है। जिससे कलास रूम में पीछे बैठते समय बच्चे के ब्लैक बोर्ड तक देखने में बहुत परेशानी होती है। धीरे-धीरे उनकी दूर की नजर कमजोर होनी शुरू हो जाती है क्योंकि लगातार इन चीजों को देखने से आंखों पर दवाब पड़ने लगता है। जिससे आंखों की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं इसीलिए जितना हो सके बच्चों को इनसे दूर रखें, ताकि आगे चलकर उन्हें पढ़ने में दिक्कत ना हो।
कुछ खास बातों का रखें ख्याल
बच्चे को एक तय समय के बाद कम्प्यूटर के आगे ना बैठने दें।
मोबाइल देखने का समय भी हो निश्चित।
बच्चा टीवी देखने का शौकीन हो तो उसे दूरी पर बैठने की आदत डालें।
बच्चे की आंखों में हमेशा अच्छी क्वालिटी का काजल ही लगाएं।
बार-बार बच्चे को आंखे रगड़ने से रोकें।
घरेलू उपाय भी कारगर
1. सेब सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। बच्चे को रोजाना सेब का मुरब्बा खिलाएं और इसके तुरंत बाद दूध पिलाएं। इससे आंखों की रोशनी तेज होनी शुरू हो जाएगी।
2. रोजाना नहाने से पहले पांव के अंगूठे पर सरसों मलें। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है।
3. हरे धनिए को पीसकर इसका रस निकाल लें, इसे साफ कपड़े में छान कर पानी निकाल लें। आंखों में एक-एक बूंद डालने से फायदा होता है।
4. कानों का पीछे वाला हिस्सा यानि कनपटी के दोनों और घडी की सीधी और उलटी दिशा में मसाज करें। 20 बार इसी तरह मसाज करने से आंखों को बहुत फायदा मिलता है।
5. सुबह उठकर मुंह में पानी भरकर गाल फुलाएं, इसी पोजीशन में आंखों पर ठंड़े पानी के छींटे मारें।
6. बच्चे की डाइट में पपीता जरूर शामिल करें। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है।
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