पंजाब केसरी (पेरेटिंग)- बच्चों के लिए मां-बाप दोनों की बहुत अहमियत होती है लेकिन रिश्तों में आई दरार के कारण कई बार मां-बाप को सिंगल पेरेंट की भूमिका निभानी पड़ती है। सिंगल पेरेंट को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। उन्हें सबसे पहले अपने अतीत को भुलाने की हर मुमकिन कोशिश करनी पड़ती है ताकि बच्चे का भविष्य, करियर और उनकी जरूरत की हर चीज पर वह ध्यान दे सके। औरत हो या मर्द दोनों को सिंगल पेरेंटिंग में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आप अगर सिंगल पापा या मम्मी हैं तो सिंगल पैरेंट्स होने के नाते बच्चे को मां-बाप दोनों का प्यार जरूर देना बहुत जरूरी है। आइए जानते है कुछ ऐसी बातें जिन्हें सिंगल पैरेंट्स को जरूर ध्यान देना चाहिए।
1. सिंगल पैरेंट्स को घर और बाहर दोनों की जिम्मेदारी निभानी पड़ती हैं जो कि बहुत बड़ी चुनौती है। इस जिम्मेदारी को निभाते वक्त काफी मुश्किलें आती है पर उन्हें धैर्य और समझदारी से इनका सामना करना चाहिए।
2. पैरेंट्स को अपने तलाक की बात पहले ही बच्चों को बता देनी चाहिए कि उनकी माता-पिता किस मजबूरी के कारण अलग हुए है। ताकि बच्चे उन्हें बार-बार सवाल न करें।
3. बच्चों को अहसास दिलाएं कि आप दोनों के लिए एक-दूसरे के साथ रहना ही सबसे बड़ी खुशी है और उन्हें मां-बाप दोनों का प्यार दें। जिससे बच्चों को कोई कमी महसूस न हो।
4. अकेले पिता की तुलना में अकेली मां को आर्थिक मुश्किलों का ज्यादा सामना करना पड़ता है। सिंगल मां को मजबूत बनकर बच्चे की आर्थिक जरूरतें पूरी करनी पड़ती है। ऐसे में घबराने की बजाए खुद मेहनत करें और बच्चे को भी मेहनत से जीना सीखाएं।
5. बच्चे को अच्छी परवरिश देनी चाहिए। अगर बच्चा छोटा हो तो उसे किसी के भरोसे नहीं छोड़ना चाहिए। बच्चे को कुछ देर के लिए खुद से अलग रहना भी सीखाएं। धीरे-धीरे वो आपकी मजबूरी समझने लगेगा। उसे डांटने की बजाए प्यार और ईमानदारी की सीख दें।