हर घर में छोटे बच्चों का खास ख्याल रखा जाता है। अक्सर छोटे बच्चों की देख-रेख करने में पेरेंट्स को कई परिशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है जब छोटे बच्चे दांत निकालते है। ऐसे समय में बच्चों को बुखार, उल्टी, पेट खराब और चिड़चिड़ापन जैसी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। कई लोग इस दर्द को कम करने के लिए होम्योपैथी दवा बच्चे को खिला देते है लेकिन ये दवाईयां बच्चे की सेहत के लिए खतरनाक हो सकती है। हाल ही में हुए एक शोध में इन दवाइयों को बच्चों के लिए खतरनाक घोषित किया गया है।
अमेरिका में खाद्य एवं औषधि विभाग ने इन दवाइयों का परीक्षण करने के बाद हानिकारक बताया है। एफडीए के अनुसार बच्चे के दांत निकालने वाली इन गोलियां और जैल को सीलीएस, हेलंड्स और कई कंपनियों द्धारा ऑनलाइन बेचा जाता है। एफड़ीए ने ऑनलाइन मिलने वाली इन दवाइयों को तुरंत वापिस लेने की घोषणा की है।
इन दवाइयों के कारण बच्चों को सांस लेने में दिक्कत, सुस्ती और कब्ज जैसी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा भी बच्चों को इन दवाइयों के कारण कई ओर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए अगर आपके बच्चे को भी इन दवाइयों से कोई प्रॉब्लम हो तो तुरंत डेंटिस्ट की मदद लें।
इन दवाइयों को देने की बजाए आप अपने बच्चे का नेचुरल ट्रीटमेंट कर सकते है। पुराने समय में अगर बच्चों के दांत निकलते थे उनका इसी तरह से इलाज किया जाता था। इससे बच्चे चिड़चिड़े भी नहीं होते और उन्हें बारी प्रॉब्लम का भी सामना नहीं करना पड़ता। बच्चे के दांत निकालने पर आप उन्हें गाजर, मूली, चुकंदर का एक पीस चबाने के लिए दें सकते है। यह नेचुरल टीथर प्लास्टिक या रबड़ के टीथर की तुलना में अच्छे होते है।