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प्रेग्नेंसी में इन 5 बीमारियों से बचने के लिए ऐसा होना चाहिए डाइट प्लान

  • Updated: 22 May, 2018 04:34 PM
प्रेग्नेंसी में इन 5 बीमारियों से बचने के लिए ऐसा होना चाहिए डाइट प्लान

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएं अपने स्वस्थ के प्रति जितना केयरफुल होगी, वह और उसका बच्चा उतना ही स्वस्थ होगा। इस समय उसे खुश रहने के अलावा टेंशन फ्री रहने की भी जरूरत है। अगर उसे किसी तरह का तनाव होगा तो उसे और उसके बच्चे को उतना ही खतरा होगा। प्रेग्नेंसी के दौरान उसे कई तरह की प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ता है। इस दौरान उन्हें एनीमिया, डायबिटीज जैसी बीमारियां होने के चांस ज्यादा होते हैं। अगर आप भी मां बनने वाली है तो इनसे बचने के लिए ये उपाय करें।

1. एनीमिया
प्रेग्नेंसी में महिलाओं और होने वाले बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए अधिक मात्रा में ब्लड की जरूरत होती है। ब्लड की कमी होने पर उन्हें एनीमिया की शिकायत हो सकती है जो मां और बच्चे दोनों के लिए घातक होती है। इससे बचने के लिए अपनी डाइट में हरी सब्जियों और चुकंदर आदि शामिल करें। इसके अलावा सेब, अनार, केला, अंजीर आदि मौसमी फलों का सेवन करें।

2. डायबीटिज 
प्रेग्नेंट महिलाओं को हर तीसरे महीने ओरल ग्लूकोज टोलरेंस टेस्ट जरूर कराना चाहिए। इसके साथ ही डायबिटीज से बचने के लिए मीठी चीजों जैसे चावल, आलू और जंक फूड का सेवन न करें।

3. पैर और कमर दर्द
प्रेग्नेंसी होने पर पैर और कमर दर्द की समस्या हो सकती है। इससे बचने के लिए कभी भी एक ही तरीके से न बैठें और न ही खड़ी रहे। कुर्सी पर बैठने के दौरान इस बात का ख्याल रखें कि आप अपने पैरों को जमीन पर लटका कर ना बैठें। इसके अलावा लेटने पर पैरो के नीचें तकिया रख कर लेटें।

4. प्रीइंक्लेंप्सिया 
प्रेग्नेंसी में कुछ महिलाओं का शुरूआती 20 सप्ताह में ब्लडप्रेशर बहुत तेजी से बढ़ता है और साथ ही यूरिन से प्रोटीन का रिसाव होने लगता है, जिसे प्रीइंक्लेंप्सिया कहा जाता है। ज्यादा गंभीर स्थिति होने पर उनका ब्लडप्रेशर 160/110 तक हो जाता है, जिससे उनके चेहरे और पैरों में सूजन हो सकती है। इसके अलावा बच्चे के विकास की गति धीमी हो जाती है। इस स्थिति में महिला में नॉजि़या जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। इस समस्या की आशंका होने पर ब्लडप्रेशर के साथ यूरिन और ब्लड टेस्ट करवाएं। नमक का सेवन कम करें और डॉक्टर से सम्पर्क करें।

5. यूटीआई इंफैक्शन
गर्भवस्था में महिलाओं के शरीर में प्रोजेस्टेरॉन की मात्रा बढ़ जाती है जिसके कारण उन्हें यूटीआई इंफैक्शन हो सकता है। इससे बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी, जूस और छाछ जैसी लिक्विड चीजों का सेवन करें। पब्लिक टॉयलेट यज करने से पहले फ्लस करना न भूलें।

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