पेरेंटिंगः मेनोपॉज वो अवस्था है जब एक महिला को पीरियड्स आना बंद हो जाता है जो की सामान्यतः भारत में 40 से 48 वर्ष की आयु के बाद होता है। ये कोई बिमारी नहीं है बल्कि एक सामान्य शारीरिक अवस्था है लेकिन इसकी वजह से हमारे शरीर में कई हारमोनल चेंज होने लगते हैं जिसके कारण शरीर पर प्रभाव पड़ना स्वाभाविक है ऐसे में यह बहुत ज़रूरी है कि अपने खान-पान का ख़ास ख्याल रखा जाए तो आइए जानते है कि मेनोपॉज के बाद अच्छे स्वास्थ्य के लिए किन बातों का ख्याल रखा जाए।
-कई बार ऐसा देखने को मिलता है कि इस दौरान कब्ज़ की समस्या हो जाती है। इससे बचने के लिए अपनी डाइट में फायबर की मात्रा बढ़ा दें।
-चेहरे के ग्लो में कमी आ जाती है, इससे बचने के लिए पानी पर्याप्त मात्रा में पीएं I यह आपके स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।
-मैक्स सुपर स्पेशियलटी हॉस्पिटल के यूनिट हेड ,प्रमुख् सलाहकार तथा वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ अनिल अरोरा का कहना है कि इस दौरान महिलाओं को अपनी डाइट में कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों को अधिक से अधिक शामिल करना चाहिए जिससे की उनके शरीर में कैल्शियम की कमी ना हो और उनकी हड्डिया कमज़ोर ना होने पाएं व वो ऑस्टियोपोरोसिस जैसे खतरनाक रोग से बच पाएं ।
-कई बार ऐसा होता है कि के बाद कई बार ऐसा होता है कि हार्मोनल चेंज की वजह से कुछ महिलाओं का वजन बढ़ जाता है। ऐसे में कई बार वो अपने डायट में कटौती कर देती है जो की बहुत गलत है । हमेशा उचित डायट लें और उसमें फलों, सब्ज़ियों और स्प्राउट्स को भी शामिल करें ।
-मेनोपॉज के दौरान ये सोच अपने दिमाग में बिलकुल ना आने दें कि आप बुढ़ापे की ओर बढ़ रहीं हैं या अन्य किसी भी नकारात्मक विचार से दूर रहें। हमेशा ध्यान रखें कि यह एक सामान्य शारीरिक अवस्था है। साथ ही सुबह और शाम, समय निकालकर कम से कम 10 मिनट अवश्य टहलें इसके अलावा अपनी रूचि और सुविधानुसार योग और एक्ससरसाइज को भी अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
-ऋचा कश्यप