अर्थराइटिस यानि गठिया जोड़ों का गंभीर रोग है। इससे जोडों में सूजन आ जाती है और असहनीय दर्द सेहत को और भी बिगाड देता है। बढ़ती उम्र के साथ शरीर में इसके लक्षण बढ़ते जाते हैं। पहले यह समस्या 50-55 साल की उम्र के लोगों में सुनने को मिलती थी लेकिन आजकल छोटी उम्र के लोगों में भी यह परेशानी देखने को मिल रही है। आज वर्ल्ड अर्थराइटिस डे पर खुद की सेहत की ख्याल रखें और इस रोग को सही समय पर पहचान कर इलाज करवाएं। गठिया से जुड़ी कुछ अहम बातों की ओर ध्यान देकर भी इससे बचाव किया जा सकता है।
इस चीजों से रखें परहेज
शुरू में शरीर में यूरिक एसीड की गड़बड़ी होने से यह धीरे-धीरे गठि़या को रूप लेना शुरू कर देता है। ऐसे में अपने खान-पान का खास ख्याल रखना बहुत जरूरी है ताकि इस परेशानी से जल्दी आराम मिल सके।
न खाएं ये चीजें
हाई प्रोटीन खाद्य पदार्थ खाने से यह समस्या बढ़ जाती है। इससे बचाव रखने के लिए डेयरी प्रॉडक्ट जैसे दूध,पनीर,मक्खन के अलावा मैदे से बनी चीजें,साबुत अनाज आदि का सेवन कम करें।
खाएं ये आहार
संतुलित आहार का सेवन करने से कॉफी हद तक इस परेशानी से राहत पाई जा सकता है। ओमेगा 3 फैटी एसिड को अपने आहार में शामिल करें। अलसी के बीज, अखरोट, मछली इसके अच्छे स्त्रोत है। विटामिन सी ये युक्त आहार सूजन और दर्द से आराम दिलानेे का काम करते हैं। शिमला मिर्च, अमरूद, संतरे, स्ट्रॉबेरी, अनानास, पपीता, फ्रूट,अंडे,हल्दी,मशरूम अंकुरित अनाज खाएं।
योग भी है जरूरी
स्वस्थ रहने के लिए खुद के लिए समय निकालना बहुत जरूरी है। गठिए के रोग से राहत पाने के लिए दवाइयों और खान-पान के साथ-साथ योग और एक्सरसाइज को भी जिंदगी की हिस्सा बनाएं। सुबह और शाम की सैर,साइकलिंग,पुश अप के साथ-साथ सूर्यानमस्कार,वीरासन,वृक्षासन,सुखासन,गौमुद्रा आदि भी फायदेमंद हैं।