पंजाब केसरी (इंटीरियर डैकोरेशन)- घर की बनावट सुख और स्मृद्धि पर बहुत असर डालती है। सीढ़ियां और इनकी दिशा,साकारात्मक और नाकारात्मक उर्जा के लिए भी बहुत अहम मानी जाती हैं। वास्तु के अनुसार अगर सीढ़ियों का निर्माण किया जाए तो सुख-स्मृद्धि और खुशियां आपके आंगन में बरसेंगी।
1. सीढ़ियों की दिशा
पूर्व और दक्षिण दिशा में सीढ़ियों का द्वार हो तो इससे घर में साकारात्मक उर्जा का समावेश होता है। सीढ़िया घर की दक्षिण या फिर पश्चिम दिशा की दाईं ओर होनी चाहिए।
2. घुमावदार सीढियां
कुछ लोग घर को खूबसूरत बनाने के लिए घुमावदार सीढ़ियां पसंद करते हैं। यह सीढ़ियां बनवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि दाई तरफ मुड़नी चाहिए। इस तरह की सीढ़ियों की दिशा पूर्व से पश्चिम,उत्तर से पूर्व,दक्षिण से पश्चिम और पश्चिम से उत्तर की तरफ होना चाहिए।
3. सीढ़ियों की संख्या
सीढ़ियों की संख्या भी साकारात्मक उर्जा पर असर डालती हैं। सीढ़ियों की संख्या 5, 11, 17, 23, 29, 32 या फिर 36 के हिसाब से होनी चाहिए यानि अगर 3 से भाग दें तो 2 शेष रहें।
4. सीढ़ियों का दरवाजा
सीढ़ियां खुली रखने की बजाए इनके नीचे और ऊपर दरवाजा रखना चाहिए।
5. कचरा न रखें
सीढ़ियों की सफाई का भी पूरी तरह से ध्यान रखना चाहिए। इनके नीचे जूता-चप्पल,फालतू सामान या फिर कूड़ा-करकट नहीं रखना चाहिए। यह चीजें घर के मुखिया के लिए अशुभ मानी जाती हैं।