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इन बातों में बरतें समझदारी तो नहीं होगी ननद-भाभी में लड़ाई

  • Updated: 04 Mar, 2017 03:03 PM
इन बातों में बरतें समझदारी तो नहीं होगी ननद-भाभी में लड़ाई

रिश्ते-नाते :  शादी के बाद लड़कियों की जिदंगी में बहुत सारे रिश्ते जुड़ जाते हैं। सास-ससुर, देवर, ननद ऐसे ही और काफी रिश्तों को निभाना पड़ता है। इसमें से सबसे खास रिश्ता ननद-भाभी का ही होता है। ननद शादीशुदा है तो ज्यादा परेशानी नहीं आती लेकिन कुंवारी ननद का बहुत ख्याल रखना पड़ता है। इस रिश्ते को प्यार से निभाने के लिए दोनों तरफ से पुरे सहयोग की जरूरत होती है। आमतौर पर ननद-भाभी के रिश्ते में जलन और लड़ाई-झगड़ा ही देखा जाता है लेकिन प्यार और समझदारी से इस रिश्ते को बढ़िया तरीके से भी निभाया जा सकता है। ननद-भाभी दोनों कुछ बातें अपनाकर अपने रिश्ते को बढ़िया बना सकती है।

1. शादी के बाद लड़कियों की जिदंगी में बहुत सारे रिश्ते जुड़ जाते हैं। सास-ससुर, देवर, ननद ऐसे ही और काफी रिश्तों को निभाना पड़ता है। इसमें से सबसे खास रिश्ता ननद-भाभी का ही होता है। . दोनों को एक-दूसरे के साथ सहेलियों की तरह रहना चाहिए। भाभी को चाहिए की ननद को अपनी छोटी बहन ही समझे और उससे हर बात शेयर करे। 

2. सास के साथ कोई भी परेशानी हो तो उसकी शिकायत ननद से न करें। बेटी होने के नाते वह अपनी मां के बारे में कुछ नहीं सुनेगी जिस वजह से ननद-भाभी के रिश्ते में मनमुटाव आ जाता है। 

3. ननद को भी चाहिए कि वह हर बार अपनी मां का साथ न देते हुए भाभी की भी बात सुने। हर बात पर तेरा-मेरा करने से भी दोनों का रिश्ता मजबूत नहीं बनेगा।

4. भाभी को बाहरवाली न समझ कर उसको घर की हर जरूरी बात बताना ननद का फर्ज होता है। लड़कियों की कुछ बातें ऐसी होती है जो किसी बड़े के साथ शेयर नहीं कर सकती इसलिए भाभी को सहेली मानकर उसको अपनी बातें बताएं। 

5. भाभी को चाहिए कि अपने पति को उसकी बहन की कोई सिक्रेट बात न बताएं। इससे बहन-भाई के बीच कहासुनी हो सकती है। 

6. ननद को हमेशा भाभी के कामों में मदद करनी चाहिए। बैठकर कभी भाभी को किसी काम के लिए ऑर्डर नहीं देना चाहिए।

7. हमेशा भाई-भाभी के बीच में जाकर नहीं बैठ जाना चाहिए। दोनों को कुछ देर के लिए अकेले भी बैठने देना चाहिए। भाभी तो ननद को बाहर जाने के लिए नहीं कह सकती इसलिए उसे खुद ही इस बात को समझना चाहिए।

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