फैडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज(फिक्की) की महिला संगठन 'एफ.एल.ओ' के मंच पर फेमस लेखिका, मॉडल, एक्टर, डायरेक्टर और एडिटर 'शोभा डे' ने शिरकत करके हुए जहां गुरु नगरी की शोभा बढ़ाई, वहीं उन्होंने महिलाओं को सीख देते हुए कहा कि हर डे हुमेन का है, बशर्त महिलाओं को अपने अधिकार समझने होंगे। महिला अब अबला नहीं, पुरुष प्रधान देश में नारी की पूजा होती है।
मंगलवार को वे 'हयात' में आयोजित फिक्की के समारोह में मुख्यातिथि के तौर पर उपस्थित होकर गुरु नगरी को नमन करते कहा कि नारी आज के समय में बेचारी नहीं है। समाज में जो महिलाएं 50 वर्ष की उम्र में खुद को बुजुर्ग समझने लगती हैं उन्हें चाहिए कि जब तक सांस चले खुद को फिट और हर प्रॉब्लम को अनफिट करते रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हर 'डे' आपका है बस आपको जिंदगी जीने का 'सबब' आना चाहिए। इस दौरान शोभा डे की लिखी किताब 'सेवेंटी एंड टू हैल विंद इट शोभा डे' का विमोशन गुरु नगरी में हुआ। इस दौरान शोभा डे को फुलकारी वाली शॉल देकर सम्मानित किया गया। समारोह में करीब डेढ़ सौ से अधिक सदस्य शामिल हुए।
मंच एक, मकसद एक
पलक अरोड़ा, छाबड़ा सुभा अरोड़ा, प्रेरणा सेठी खत्रा, गुनीत संधू व साइशा चोपड़ा एक साथ कहती है कि फिक्की का मंच एक है और मकसद भी एक है। हम सभी महिलाओं को साक्षर बनाने व उन्हें समाज में दिशा देने के लिए एक मकसद से काम करते हैं। खुशी है कि फिक्की का मंच हम सभी को आत्मविश्वास का पाठ पढ़ा रहा है।
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