पंजाब केसरी(इंटीरियर डैकोरेशन) : घर की दीवारों, छतों के किनारों, किचन या फिर बाथरूम में नजर आने वाली सीलन केवल बारिश के कारण ही नजर नहीं आती बल्कि इस के और भी कई कारण होते हैं।जैसे ग्राउंड वाटर यानी जमीन का पानी जो दीवारों से चढ़ता हुआ बिल्डिंग के ऊपर तक आ जाता है। अगर घर बनाते वक्त डीपीसी (डैंप प्रूफिंग कोड) को ठीक से न करवाया गया हो तब यह समस्या आती है। इसी तरह दीवारों की दरारों से भी बारिश का पानी अंदर ही अंदर फैलता है, जो सीलन का कारण बनता है। इस के अलावा किचन या टाॅयलेट की पाइप लाइन में कोई लीकेज हो तो भी सीलन आती है।
1. बरसात के मौसम में अगर आप चाहते हैं कि कीड़े आदि न हों तो आप घर की दीवारों पर लाइट कलर के पेंट करवाएं।
2. पेंट करवाने से पहले दीवारों की दरारों को भरवा दें ताकि ऊपर से किया गया वाटर प्रूफ पेंट टिका रहे और अच्छी लुक दें।
3. अगर आप के घर में सीलन नजर आ रही है तो घबराएं नहीं। इस के लिए वाटरप्रूफिंग कंपाऊड आते हैं, जिन में इंस्टैंट वाटरप्रूफिंग कंपाऊड भी शामिल है और जो गीली दीवारों पर लगाने से भी असरकारक परिणाम देता है।
4. यदि आप नया घर बनवाने जा रहे हैं तो घरों में पीवीसी के पाइप लगवाएं। इस तरह की पाईप से सीलन का खतरा कम हो जाता है। लेकिन ग्राउंड वाटर ही सब से ज्यादा सीलन का कारण बनता है।
5. बारिश के मौसम में फर्नीचर को भी खास देखभाल की जरूरत पड़ती है। इसके लिए आप तेल और नींबू के रस को बराबर मात्रा में मिलाएं। इससे साफ करके सूखे कपड़े से पोछें। फर्नीचर चमक उठेगा।
6, सीलन के होने से कई बार घर में अजीब सी बदबू आने लगती हैं इससे छुटकारा पाने के लिए रंग-बिरंगे खुशबूदार फूलों से घर सजाना भी है बेस्ट ऑप्शन। इन फूलों को फॅलावर पॉट में सजाकर आप घर की खूबसूरती निखारने के साथ ही उसे खुशबू से भी महका सकते हैं।