पंजाब केसरी(ट्रैवलिंग): दुनिया में कई जगहें एेसी हैं जहां तक पहुंचने के लिए खतरनाक रास्तों से गुजरना पड़ता है। आज हम आपको एक एेसी जगह के बारे में बताने जा रहे है जहां तक पहुंचने के लिए पर्यटकों को सीधी चढ़ाई चढ़ने की बजाए बैक गियर में वाहन को उल्टा ले जाना पड़ता है। हम बात कर रहे है राजस्थान के नागौर का कुचामन किले की। यह किला 800 मीटर ऊंची पहाड़ी पर है।
यह अपनी पानी संग्रहण के लिए जाना जाता है। इस किले तक जाने के लिए चालकों को विशेष तौर पर ट्रेनिंग लेनी पड़ती है। सन् 2000 में यहां होटल की शुरूआत हुई थी, जिसके बाद यहां पर विदेशी पर्यटकों का आना-जाना बढ़ने लगा। दरअसल, यह किला बारिश के पानी को बचाने के लिए बनाया गया है। यहां बारिश के पानी को इकट्ठा करने के लिए विशालकाय 17 टैंक बने हुए है।
किले में बने सभी 17 टैक अंडरग्राउंड चैनल(नालियों) से जुड़े है। पहले समय में पाइप का इस्तेमाल नहीं करते थे इसलिए गहरी और वाटरप्रूफ नाली के द्वारा एक टैक से दूसरे टैक तक बारिश का पानी पहुंचता है।