पंजाब केसरी (सेहत) : भारतीय लोग पूजा-पाठ में काफी विश्वास रखते हैं तो ऐसे में हर घर में सुबह-शाम अगरबत्ती और धूपबत्ती का इस्तेमाल किया जाता है। लोगों के अनुसार शाम के समय अगरबत्ती जलाने से घर का वातावरण शुद्द होता है लेकिन कुछ घरों में इसका ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है जिससे कई बार शरीर को बीमारी होने का खतरा रहता है। अगरबत्ती के धुएं से सांस की परेशानी हो जाती है। इसके अलावा अगरबत्ती या धूपबत्ती के धुएं से और भी कई समस्याएं हो सकती हैं जिसके बारे में लोगों को जरूर पता होना चाहिए।
1.कफ जिन घरों में अगरबत्ती का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है वहां कई बीमरियां होने का खतरा रहता है। अगरबत्ती के धुएं से कार्बनमोनोऑक्साइड निकलती है जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचाती है। इस धुएं में सांस लेने से कफ और छींकने की समस्या हो जाती है और छाती में रेशा और बलगम जम जाती है जिससे काफी परेशानी होती है। 2. अस्थमा अगरबत्ती या धूपबत्ती के धुएं में अधिक देर तक सांस लेने से सांस की समस्या हो जाती है। इसमें मौजूद नाइट्रोजन और सल्फर डाईऑक्साइड गैस शरीर में चली जाती है जिससे अस्थमा और सीओपीडी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। 3.त्वचा और आंखे ज्यादा देर तक अगरबत्ती के धुएं में रहने से स्किन प्रॉब्लम हो जाती है और आंखों में भी जलन होने लगती है। अगरबत्ती के धुएं में मौजूद केमिकल के संपर्क में आने से त्वचा और आंखों में जलन और खुजली होने लगती है जिससे आंखे खराब हो जाती हैं। 4. मस्तिष्क अगरबत्ती के धुएं की वजह से दिमाग की कोशिकाएं प्रभावित होती है जिससे सिरदर्द और माइग्रेन जैसी समस्या हो सकती है। 5. दिल स्वस्थ शरीर के लिए दिल का तंदुरुस्त होना भी बहुत जरूरी है। ऐसे में जब रोजाना अगरबत्ती का धुआं सांस के साथ शरीर में जाता है तो इससे दिल की कोशिकाएं सिकुड़ना शुरू हो जाती हैं जिससे हार्ट अटैक होने का खतरा बना रहता है।
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