मां के दूध से बच्चे को भरपूर पोषण मिलता है क्योंकि नवजात शिशु दूध पीने के अलावा कुछ और खाने में सक्षम नहीं होता। मां के द्वार लिए गए सभी पोषक तत्व दूध के जरिए शिशु के शरीर में जाते हैं, जिससे उसकी ग्रोथ होती है। इन सब बातों का जानकारी होने के साथ कुछ माओं को ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे दूध का न आना, शारीरिक कमजोरी, दूध के साथ खून आना आदि। जिसे देखकर मां को चिंता होने लगती है। कहीं इसका असर बच्चे पर न पड़े।
ब्रेस्ट फीडिंग के फायदों को जानते हुए दूध में खून आने से मां को यह बात समझ नहीं आती कि क्या बच्चे को दूध पिलाया जाए या नहीं? इस हालत में मां का डरना स्वभाविक है। वैसे तो यह समस्या आम है लेकिन लंबे समय तक लगातार यह समस्या बनी रहे तो यह चिंता की बात है। इसके पीछे की वजह जानना बहुत जरूरी है। इसके बारे में डॉक्टर से खुल कर बात करें क्योंकि यह आपके साथ-साथ बच्चे की सेहत से जुड़ी बात भी है।
ब्रेस्ट फीडिंग से खून निकलने के कारण
1. नई बनी मां के साथ यह परेशानी होती है। लगातार ब्रेस्ट फीडिंग करवाते समय निप्पल से खून निकलने लगता है। जिससे घाव या दरार बन जाती हैं। जब बच्चा दूध पीता है तो इससे खून निकलना शुरू हो जाता है। इस हालत में घबराने की कोई जरूरत नहीं है। इससे दवाइयों से जल्दी ही आराम मिल जाता है।
2. कुछ महिलाओं के दूध की कोशिकाओं की लाइटिंग में परेशानी होने से भी खून निकलने लगता है। इसका कारण लाइटिंग में ट्यूमर का होना है। इस स्थिति को छुपाने की बजाए डॉक्टर से जांच करवाएं और सही समय पर इलाज शुरू करें।
3. महिलाओं की ब्रेस्ट में कई बार गांठ होने की वजह से भी खून निकलने लगता है। इस तरह से कुछ महसूस करें तो बच्चे को दूध न पिलाएं और बिना देरी के डॉक्टरी जांच करवाएं।
4. बेस्ट फीडिंग से खून के कुछ कणों का निकलना आम बात है। जो दिखाई भी नहीं देते लेकिन ज्यादा मात्रा में खून निकल रहा है तो इसे कभी भी नजरअंदाज न करें। यह ब्रेस्ट कैंसर का संकेत भी हो सकता है।