पंजाब केसरी (सेहत): अगर आप कोल्ड ड्रिंक पीने के शौकिन है तो आज से ही बनी इस आदत को छोड़ दें क्योंकि बोस्टन विश्वविद्यालय के एक नए अध्ययन से सिर्फ जर्नल स्ट्रोक में प्रकाशित पाया गया है कि जो लोग आहार में सोडा वाटर का सेवन करते है उन्हें बाकी लोगों की तुलना में हार्ट स्ट्रोक या मानसिक विपथन होने की संभावना तीन गुणा ज्यादा बढ़ जाती है।
सबसे पहले शोधकर्ताओं ने एक मैसाचुसेट्स शहर में 45 से 60 की उम्र के 2,888 वयस्कों के आंकड़े इकट्ठे किए और इन लोगों को 1991 से 2001 के तक अपनी निगरानी में रखा गया और उनकी खाने की आदत को रिकॉर्ड किया गया। 10 वर्षों के पश्चात उनके खून के सैंपल लिए गए और पाया गया जो लेग अधिक सोडा पीते है, उनको बल्ड में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा बढने के कारण स्ट्रोक औक मनोभ्रंश की संभावना काफी बढ़ गई ।
आज हम आपको यह भी बता कि जाने-अनजाने स्वाद के लिए गटकी जाने वाली कोल्ड ड्रिंक से शरीर को कितनी बड़ा नुकसान झेलना पड़ता है। शोध के मुलाबिक कोल्ड ड्रिंक पीने के 10 मिनट बाद वह शरीर को अपना असर दिखाना शुरू कर देती है, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है। आइए जानते है कैसे।
- 10 मिनट बाद
सोडा पीने के शुरुआती दस मिनट में ही शरीर के अंदर 10 चम्मच चीनी की मात्रा चली जाती है। इसमें फॉस्फोरिक एसिड होता है, जो कोल्ड ड्रिंक का स्वाद बनाए रखता है।
- 20 मिनट बाद
जब शरीर में अधिक चीनी की मात्रा चली जाती है तो इंसुलिन की मात्रा भी बढ़ जाती है, जिसे लिवर वसा में बदलने लगता है। शरीर में शर्करा की अधिकता से धीरे-धीरे चिड़चिड़ापन और सुस्ती आने लगती है। लगातार कोल्ड ड्रिंक पीने से शरीर में पानी की कमी, दांत और हड्डियां कमजोर होने लगते हैं।
- 40 मिनट बाद
जब शरीर में कैफीन पूरी तरह से घूल जाता है तो आंखों की पुतलियां फैलने लगती है और ब्लड प्रैशर बढ़ जाता है। लिवर शऱीर में मौजूद अधिक शर्करा को रक्तधमनियों भेज देता है।
- 45 मिनट
दिमाग में डोपामाइन रसायन का स्राव अत्यधिक बढऩे से व्यक्ति को हेरोइन के नशे जैसा अहसास होने लगता है।