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प्री-मैच्योर मेनोपॉज से इस तरह निपटें

  • Updated: 03 Aug, 2017 05:29 PM
प्री-मैच्योर मेनोपॉज से इस तरह निपटें

पीरीयड्स महिलाओं को जिंदगी का सबसे अहम पीरीयड है। इन पांच दिनों में औरतों को कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता हैं लेकिन अच्छी सेहत के लिए यह जरूरी भी है। हर लड़की की पीरीयड्स शुरू होने की अलग-अलग उम्र होती है। जो सेहत पर निर्भर करती है। इसी तरह इसके बंद होने की भी एक उम्र होती है जिसे मेनोपॉज कहा जाता है। वैसे तो इसके बंद होने की उम्र 45 से 50 के बीच होती है लेकिन कई बार शारीरिक कमजोरी के कारण यह समय से कुछ साल पहले या छोटी उम्र में ही बंद हो जाते हैं। जिसे प्री-मैच्योर मेनोपॉज भी कहा जाता है। इससे सेहत से जुडी बहुत -सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए कुछ खास बातों का ओर ध्यान देना बहुत जरूरी है। 


प्री-मैच्योर मेनोपॉज से बचने के उपाय

1. संतुलित आहार 

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आहार में पोषक तत्वों की कमी होने से भी मासिक धर्म से जुड़ी परेशानियां आनी शुरू हो जाती हैं। अनियमित मासिक धर्म की यह खास वजह है। अच्छी सेहत के लिए बैलेंस डाइट जरूर लें। 

2. फाइटोएस्ट्रोजन युक्त आहार

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उम्र से पहले मेनोपॉज होने का कारण शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन का स्तर कम होना है। खाने में फाइटोएस्ट्रोजन युक्त आहार को शामिल करके इस परेशानी से छुटकारा पाया जा सकता है। अलसी के बीज,अखरोट,सोयाबीन,राई,जौ,तिल और अनाज में यह भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इस तरह का खाना अपने आहार में जरूर शामिल करें। 

3. एक्सरसाइज भी जरूरी

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खुद को तंदुरूस्त रखना है तो रोजाना एक्सरसाइज करने का नियम बना लें। इससे मोटापा दूर रहता है और प्री-मैच्योर मेनोपॉज का सामना भी नहीं करना पड़ता है।

4. पानी का सेवन

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शरीर में पानी की कमी होना भी पीरीयड्स के असंतुलतित होना की वजह हो सकता है। दिन में कम से कम 10-12 गिलास पानी जरूर पीएं। इसके अलावा सूप और जूस का सेवन भी बहुत जरूरी है। इससे प्री-मैच्योर मेनोपॉज की समस्या भी नहीं होगी और त्वचा भी चमकेगी। 

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