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प्रैग्नेंसी के दौरान अधिक तनाव बना सकता है बच्चों को कमजोर

  • Updated: 11 Aug, 2017 05:42 PM
प्रैग्नेंसी के दौरान अधिक तनाव बना सकता है बच्चों को कमजोर

मां बनना सौभाग्य की बात होती है। जब कोई महिला प्रैग्नेंट होती है तो उसकी शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं। इस अवस्था में महिलाओं को अपनी डाइट का खास ख्याल रखना पड़ता है। प्रैग्नेंसी के दौरान महिलाएं जो सोचती हैं, उसका सीधा असर उसके गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ता है। इस दौरान कुछ महिलाओं को काफी तनाव हो जाता है जो होने वाले बच्चे पर बुरा प्रभाव डालता है। आइए जानिए महिलाओं के स्ट्रैस लेने पर बच्चे पर क्या असर होता है।

1. बच्चे का कम वजन
जो महिलाएं प्रैग्नेंसी के दौरान हमेशा स्ट्रैस में रहती हैं। उनका बच्चा बहुत कमजोर होता है। इससे डिलीवरी के समय बच्चे का वजन बहुत कम होता है और आगे चलकर भी बच्चे को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
2. नींद संबंधी समस्याएं
कुछ गर्भवती महिलाओं को तनाव की वजह से रात को सही तरह से नींद नहीं आती। ऐसे ही डिलीवरी के बाद उनके बच्चे के साथ होता है। उसे भी नींद संबंधी कई तरह की समस्याएं हो जाती है।
3. बच्चे का स्वभाव
प्रैग्नेंसी के दौरान बहुत अधिक तनाव में रहने से डिलीवरी के बाद बच्चे का स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है। यही आदत बच्चे में बड़े होने के बाद भी देखने को मिलती है।
4. बच्चे का दिमाग
अधिक तनाव लेने की वजह से गर्भ में पल रहे बच्चे के दिमाग का सही तरह से विकास नहीं हो पाता और बड़े होकर उसे दिमाग संबंधी कई समस्याएं हो सकती हैं।

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