उच्च रक्तचाप-
- कुछ दिनों तक लगातार आधा चम्मच मेथी दाना पाऊडर पानी के साथ लेने से उच्च रक्तचाप में लाभ होता है ।
- तुलसी के पांच पत्ते और नीम के दो पत्ते कुछ दिनों तक लेने से उच्च रक्तचाप में लाभ होता है ।
- तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीने से उच्च रक्तचाप में लाभ होता है ।
- दो कली लहसुन की खाली पेट लेने से उच्च रक्तचाप में फायदा होता है ।
- लौकी का एक कप रस सुबह खाली पेट लेने से उच्च रक्तचाप कम होता है।
- प्रतिदिन एक चम्मच तुलसी के पत्तों का रस लेना सभी रोगों में लाभकारी है।
घुटने का दर्द
- सुबह खाली पेट तीन-चार अखरोट की गिरियां निकाल कर कुछ दिनों तक खाएं ।
- नारियल की गिरी भी खा सकते हैं । इससे भी घुटनों के दर्द में राहत मिलती है ।
अस्थमा
- गर्म पानी में अजवायन डाल कर स्टीम लेने से भी दमे को नियंत्रित करने में राहत मिलती है ।
किडनी में पथरी
- तीन हल्की कच्ची भिंडी को पतली-पतली लम्बी-लम्बी काट लें । कांच के बर्तन में दो लीटर पानी में कटी हुई भिंडी डालकर रात भर के लिए रख दें । सुबह भिंडी को उसी पानी में निचोड़ कर भिंडी को निकाल लें । ये सारा पानी दो घंटों के अंदर-अंदर पी लेें । इससे किडनी की पथरी से छुटकारा मिलता है ।
पेट में वायु की अधिकता
- भोजन के बाद 3-4 मोटी इलायची के दाने चबाकर ऊपर से नींबू पानी पीने से पेट हल्का होता है ।
- सुबह-शाम एक चम्मच त्रिफला का चूर्ण गर्म पानी के साथ लेने से पेट नर्म होता है ।
नाभि के अपने स्थान से खिसक जाने पर-
- मरीज को सीधा लिटाकर उसकी नाभि के चारों ओर सूखे आंवले का आटा बनाकर उसमें अदरक का रस मिलाकर बांध दें और दो घंटों के लिए सीधा ही लेटे रहने दें । दो बार ऐसा करने से नाभि अपने स्थान पर आ जाएगी ।