साड़ी भारतीय पहनावे में सबसे ग्लैमरस और सैक्सी ड्रैस है जो न तन को पूरी तरह उघाड़ती है और न ही छिपाती है । यदि इसे ढंग से न पहना जाए तो यह परिधान आपको अटपटा भी महसूस करा सकता है । रूटीन से लेकर ऑफिस तक तथा पार्टी से लेकर साधारण समारोह तक यह हर अवसर के लिए अनुकूल परिधान मानी जाती है । कई स्थानों पर तो यह विवाहित महिलाओं के लिए अनिवार्य है । हालांकि साड़ी पहनने के बहुत से तरीके हैं ।ऑनलाइन अनेक ऐसी साइट्स हैं जहां से आप इन्हें सीख सकती हैं । आप को इसके बेसिक पता होने चाहिएं, तभी साड़ी किसी आकर्षक परिधान की तरह निखर कर सामने आ पाएगी और लोग आपकी साड़ी बांधने की कला की तारीफ करेंगे ।
- साड़ी के लिए सबसे जरूरी चीज है ब्लाऊज, या तो आप ब्लाऊज साड़ी के मैचिंग का पहनती हैं या कंट्रास्ट में । इसके अलावा यदि आप कोई तीसरा प्रयोग करने जा रही हैं तो अपनी फिगर और रंग का ध्यान जरूर रखें । ऐसा कोई प्रयोग सिर्फ आपको ही नहीं, देखने वालों को भी पसंद आना चाहिए । तभी आप खुद को उस प्रयोग में सफल मान सकती हैं ।
- दूसरी जरूरी चीज है पेटीकोट, अब परंपरागत घेर वाले कॉटन के पेटीकोट का जमाना जा चुका है । अत: साड़ी के साथ ए-लाइन या फिश कट पेटीकोट पहनें । वह भी ऐसे मैटीरियल का होना चाहिए, जो न बहुत मोटा हो और न ही बहुत पतला । आज कल लाइक्रा और सटन के पेटीकोट का चलन है ।
- तीसरी जरूरी चीज है साड़ी बांधने का स्टाइल और उसे पिन-अप का तरीका । अपने फिगर के अनुसार ही साड़ी रैप करें । केवल दिखावे के लिए ऊटपटांग तरीके से बांधी गई साड़ी आपको मजाक का केंद्र बना सकती है । पिन लगाते समय ध्यान रखें कि वह दिखे न, अंदर से पिन-अप करने में दिक्कत आती हो तो आजकल बाजार में बहुत ही सुंदर साड़ी पिन मिलती हैं जो आप ऊपर से लगा सकती हैं ।
- चौथी जरूरी बात साड़ी के साथ पहनी जाने वाली ज्यूलरी है । हल्की साड़ी के साथ हल्की-फुल्की ज्यूलरी और भारी साड़ी के साथ गोल्ड, सिल्वर का फंडा हमेशा याद रखें । इन दोनों के बीच की स्थिति में आप अवसर और साड़ी की क्वालिटी का ध्यान रखें ।
- वैसे तो साड़ी के साथ हील की चप्पलें बहुत सूट करती हैं लेकिन आप बैलीज या हाई हील की सैंडल भी ट्राई कर सकती हैं जो आपकी साड़ी से मैच करती हों ।
- साड़ी की सुंदरता तब अधिक खिल कर सामने आती है, यदि उसका ब्लाऊज स्टाइलिश तरीके से सिला गया हो । डिजाइनर्स के अनुसार यदि ब्लाऊज की स्लीव यानी बाजू के साथ प्रयोग किए जाएं तो उसकी पूरी लुक बदल जाती है । यही कारण है कि बुटीक में ऐसी कैटेलॉग उपलब्ध रहती हैं जिनमें ब्लाऊज या चोली के विभिन्न डिजाइन होते हैं ।
- ब्लाऊज के डिजाइन को कुंदन, जरदोजी, स्टोन या एम्ब्रायडरी के साथ खूबसूरत लुक दी जा सकती है ।
- अब ब्लाऊज केवल सूती या रेशमी ही नहीं होते बल्कि यह जॉर्जेट, क्रेप, ब्रोकेड, लाइक्रा, मखमल और दूसरे फैब्रिक से भी बनने लगे हैं ।
- इन दिनों ब्लाऊज डीप-नैक वाले बनने लगे हैं जिनमें तार और डोरी लगी होती है । इसके अलावा बिना आस्तीन के, कम आस्तीन वाले, पूरी आस्तीन वाले स्पेगेटी ब्लाऊज के अलावा जरी-वर्क वाले ब्लाऊज भी चलन में हैं । किसी भी शादी या पार्टी पर यदि इन्हें साड़ी के साथ पहना जाए तो यह पहनने वाली को आकर्षक लुक देते हैं।