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टैटू का क्रेज

  • Updated: 21 Feb, 2015 02:35 PM
टैटू का क्रेज

टैटू बनवाने का प्रचलन प्राचीन काल से ही चला आ रहा है लेकिन आज की युवा पीढ़ी खुद को फैशनेबल दिखाने के लिए शरीर पर टैटू बनवाती या गुदवाती है । युवकों के साथ-साथ युवतियां भी टैटू के क्रेज से अछूती नहीं रही हैं ।  पश्चिमी देशों में तो लोग पूरे शरीर पर पेंटिंग के रूप में टैटू गुदवाते हैं और टैटू मुकाबलों में हिस्सा लेते हैं । टैटू के प्रकार  टैटू केवल स्थाई रूप से ही शरीर पर बनवाए जाएं ऐसा जरूरी नहीं है । जो लोग गुदवाने में होने वाले दर्द से बचना चाहते हैं वे अपना शौक पूरा करने के लिए अस्थाई टैटू भी बनवा सकते हैं । अस्थाई टैटू वे होते हैं जो चार-पांच दिन के बाद आसानी से छूट जाते हैं और देखने में स्थाई टैटू की तरह ही सुंदर लगते हैं । उदाहरण के लिए :

- स्टिकर टैटू : युवाओं में ही नहीं, स्टिकर टैटू बच्चों में भी काफी लोकप्रिय हैं। इसे बनाने के लिए शरीर के जिस हिस्से पर चाहते हैं वहां इसे चिपका दें और उस पर  थोड़ा-सा पानी लगा कर हल्का-सा रगड़ दें व इसके बाद उसे हटा दें । उस स्थान पर स्टिकर का बना डिजाइन छप जाता है जो देखने में बहुत आकर्षक लगता है ।

- पेंटिंग टैटू : यह टैटू एयर-ब्रश की सहायता से बनाया जाता है जो सात से दस दिन तक शरीर पर बना रहता है । इसमें त्वचा पर डिजाइन वाला स्टिकर चिपका कर ऊपर से एयरब्रश से रंग डाले जाते हैं । डिजाइन वाला रंग भरने के बाद स्टिकर को हटा दिया जाता है ।

- हिना टैटू : हिना अथवा मेहंदी से भी शरीर पर टैटू बनाने का प्रचलन है ।  मेहंदी से शरीर के किसी भी हिस्से पर टैटू बनाया जा सकता है । इसका रंग गहरा और आकर्षक होता है । यह एक पारम्परिक और प्राकृतिक टैटू बनाने का प्राचीन तरीका है ।

- स्थाई टैटू : स्थाई टैटू से अभिप्राय है कि एक बार शरीर पर बन जाने के बाद यह सारी उम्र इंसान के शरीर पर रहता है ।  इसे हटाना बेहद मुश्किल होता है इसलिए स्थाई टैटू से संबंधित कई तरह की सावधानियों को बरतना जरूरी होता है ।

- स्थाई टैटू बनाने का तरीका : जिस हिस्से पर टैटू बनाना होता है उस जगह से बालों की सफाई की जाती है और उस स्थान को  सर्जिकल स्पिरिट लगा कर जीवाणु रहित किया जाता है । व्यक्ति अपनी इच्छा के अनुसार डिजाइन का चयन करता है । उस डिजाइन की पहले आऊटलाइन की जाती है और त्वचा के रंग को ध्यान में रख कर मशीन में नई नीडल लगाकर उसे इंक में डुबोकर डिजाइन के अंदर रंग भरा जाता है। इस प्रकार टैटू तैयार होता है ।

— गगन शर्मा

 

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