ब्लीच क्रीम : चेहरे का निखार पाने के लिए चेहरे पर ब्लीच करना बैस्ट तरीका है। इससे चेहरे पर छोटे-छोटे रोम यानि काले बाल ब्लीच की मदद से गोल्डन हो जाते हैं। जिससे फेस पर ग्लो आ जाता है लेकिन जरूरत से ज्यादा ब्लीच करने से स्किन पर बुरा असर पड़ता है और ब्लीच करने के लिए सही तरीके का पता होना बहुत जरूरी है। अमोनिया की ज्यागा मात्रा का इस्तेमाल करने से स्किन इंफैक्शन होने का भी डर रहता है। जिससे चेहरे का निखार पाने का बजाय नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। पहली बार ब्लीच कर रही हैं तो जान लें कुछ जरूरी बातें।
त्वचा के अनुसार करें ब्लीच का चुनाव
ब्लीच हमेशा स्किन के हिसाब से ही करना चाहिए। वैसे तो किसी खास मौके लिए गोल्ड ब्लीच अच्छी रहती है लेकिन स्किन टाइप के हिसाब से अगर ब्लीच की जाएं तो अच्छा रहता है।
1. सैंसिटिव स्किन
सैंसिटिव स्किन के लिए लैक्टो ब्लीच बेहतर रहता है। इसका इंफैक्ट ज्यादा तेज नहीं होता।
2. नॉर्मल स्किन
नॉर्मल स्किन के लिए ऑक्सी ब्लीच बैस्ट ऑप्शन है। इससे त्वचा पर निखार आ जाता है।
3. फेयर स्किन
फेयर स्किन के वालों के लिए सैफरॉन ब्लीच बेहतर है।
4. डार्क कलर
डार्क कलर की स्किन के लिए पर्ल ब्लीच करें। इससे बेहतर इंफैक्ट आता है।