महीने के कुछ दिन एेसे होते हैं जब महिलाओं को पीरियड्स की परेशानी से गुजरना पड़ता है। इन दिनों में महिलाओं को सेहत संबंधित कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा कई जगहों पर पीरियड्स के दिनों में उनके साथ काफी बुरा व्यवहार किया जाता है। उन्हें अपवित्र माना जाता है और घर से दूर रखा जाता है। इन दिनों में उन्हें कई तरह के नियमों का पालन करना पड़ता है। पीरियड्स को लेकर सभी धर्मों में कई तरह की मान्यताएं प्रचलित है।
- सिख धर्म
सिख धर्म में महिलाओं को पीरियड्स के दिनों में पवित्र माना जाता है। गुरू नानक देव जी के अनुसार मां का खून जिंदगी देने के लिए बहुत जरूरी है इसलिए यह पवित्र है।
- हिंदू धर्म
हिंदू धर्म में पीरियड्स के दौरान महिलाओं को अपवित्र माना जाता है। इन दिनों में महिलाएं न तो पूजा-पाठ करती हैं और न ही रसोई का कोई काम। वैसे बदलते समय में कम ही महिलाएं इस तरह के नियम को मानती हैं।
- बौद्ध धर्म
बौद्ध धर्म में पीरियड्स के दिनों महिलाओं को अपवित्र नहीं माना जाता हालांकि कुछ मान्यताओं के अनुसार इन दिनों में महिलाएं अपनी कुछ शक्तियां खो देती है।
- इस्लाम धर्म
इस्लाम धर्म के अनुसार इन दिनों में महिलाओं से दूर रहना चाहिए। पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कुरान छूने, मस्जिद जाने और शारीरिक संबंध बनाने की इजाजत नहीं होती।
फैशन हाे या ब्यूटी टिप, महिलाअाें से जुड़ी हर जानकारी के लिए डाउनलोड करें NARI APP