पीरियड्स ( मासिक धर्म ) से जुड़े सवाल : पीरियड्स हर महिला की जिंदगी का एक खास हिस्सा है। लड़कियों को मासिक धर्म की समस्या से हर महिने गुजरना पड़ता है। लड़कियों को इस दौरान कई प्रॉब्लम का सामना भी करना पड़ता है और इस दौरान उनके मन में कई तरह के सवाल भी आते हैं। हर लड़की कभी न कभी यह जरूर सोचती है कि उन्हें पीरियड्स क्यों आएं? और उन्हें इन प्रॉब्लम का सामना क्यों करना पड़ रहा है? तो आज हम आपको महिलाओं के पीरियड्स से जुड़े ऐसे ही कुछ सवालों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे अक्सर लड़कियां सोचती है।
पीरियड्स को लेकर लड़कियों के मन में आते हैं ये सवाल
अगर मेरे पीरियड्स मिस हो जाएं?
हर लड़की के मन में कभी न कभी ये सवाल जरूर आता कि अगर उसका पीरियड मिस हो जाएं तो? ऐसे में आप चिंता ना करें, क्योंकि यह पूरी तरह से सामान्य है। पीरियड्स के शुरूआती सालों में ऐसा हो जाता है। इसके अलावा तनाव या किसी बीमारी के कारण भी पीरियड्स मिस हो सकते हैं। ऐसे में आपको डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए।
क्या टैम्पोन का इस्तेमाल करने से हो सकती हूं बीमार?
अक्सर लड़कियों के मन में यह सवाल भी जरूर आता है। वह हमेशा सोचती है कि क्या वो इसका इस्तेमाल करने से टोक्सिन शॉक सिंड्रोम की शिकार हो सकती है। मगर आपको बता दें कि ऐसा जरूरी नहीं है लेकिन फिर भी सुरक्षित रहने के लिए टैम्पोन को हर 4 चार घंटे बाद बदल लें।
क्या पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग अधिक है?
अगर आप अपने पीरियड्स के दौरान 1 दिन में 4-5 पैड का इस्तेमाल कर रही हैं तो आपका ब्लड फ्लो अधिक है। ऐसे में आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
पीरियड्स में ब्लीडिंग कितने दिनों तक चलती है?
वैसे तो हर लड़की को इस सवाल का जवाब पता होता है लेकिन शुरुआत में यह सवाल हर लड़की के मन में आता है। महिलाओं में पीरियड्स ब्लीडिंग 5 से 7 दिन तक चलती है लेकिन आपको इसके बाद भी ब्लीडिंग हो तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराएं।
टैम्पोन के आकार क्यों होते हैं अलग?
हर लड़की सोचती है कि आखिर टैम्पोन के आकार अलग-अलग क्यों होते हैं? ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हर टैम्पोन की रक्तस्राव सोखने की क्षमता अलग होती है। टैम्पोन का आकार लाइट से रेग्यूलर, सुपर से सुपर प्लस के बीच आता है। आप अपनी ब्लीडिंग के हिसाब से पैड का चयन करें।
पीरियड्स दर्द से कैसे राहत पाएं?
इस दौरान महिलाओं को असहनीय दर्द का सामना भी करना पड़ता है, जिससे राहत पाने के लड़कियां कई तरीके इस्तेमाल करती है। मगर आपको ज्यादा कुछ करने की जरूरत नहीं। इसके लिए आप हीटिंग पैड के इस्तेमाल से पेट के नीचले हिस्से को सेंके या गर्म पानी से स्नान करें। इसके अलावा अदरक, इलायची या तुलसी की हर्बल चाय का सेवन भी इस दर्द को कम करता है।
इस दौरान क्यों करता है जंक फूड खाने का मन?
पीरियड्स के दौरान लड़कियों का जंक फूड और तली-भूनी चीजें खाने का मन करता है। दरअसल ऐसा महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण होता है लेकिन आपको ऐसी चीजों का सेवन करना नहीं चाहिए। इसकी बजाए आप पोष्टिक भोजन का सेवन करें।