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बच्चा गोद लेने के लिए खुद को करें तैयार

  • Updated: 18 Apr, 2017 02:28 PM
बच्चा गोद लेने के लिए खुद को करें तैयार

पेरेंटिंगः माता-पिता बनने का सुख पाने की चाहत तो हर व्यक्ति रखता है लेकिन कुछ कारणों या शारीरिक समस्याओं के चलते बहुत सारे लोग इस सुख से वंचित ही रह जाते हैं लेकिन इस खालीपन को पूरा करने का एक ऑप्शन भी है, किसी दूसरे के बच्चे को गोद लेना। भले ही हमारे देश में यह चलन विदेशों की तरह पॉपुलर नहीं है लेकिन धीरे-धीरे लोग इस ओर अपने कदम बढ़ा रहे हैं, जिसमें सिर्फ सैलिब्रिटी ही नहीं बल्कि आम लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं। बॉलीवुड में तो ऐसे बहुत सारे स्टार्स हैं जो सिंगल मदर्स या फादर बनकर बच्चे का पालन-पोषण बड़े अच्छे ढंग से कर रहे हैं, जिसमें बॉडीवुड की जानी-मानी हस्तियां सुष्मिता सेन, रवीना टंडन भी शामिल हैं। उन्होंने सिर्फ उन्हें गोद ही नहीं लिया बल्कि उन्हें मां के प्यार के साथ-साथ अच्छी शिक्षा व बैस्ट लाइफस्टाइल भी दिया। 

*गोद लेना बड़ी जिम्मेदारी 

बच्चा गोद लेना बड़ी जिम्मेदारी है। किसी दूसरे के बच्चों को अपने बच्चे जैसा प्यार-दुलार देना आसान नहीं होता लेकिन अगर इस बात का पूर्ण रूप से फैसला ले चुके हैं कि आप उसे अच्छी परवरिश, मां-बाप का प्यार और अच्छी शिक्षा दे सकते हैं  तो बच्चा गोद लेकर आप एक अदभुत रिश्ते की नई शुरुआत कर सकते हैं लेकिन गोद लेने की सारी प्रक्रिया कानूनी रूप से की जाए तो बेहतर है ताकि बाद में किसी तरह की कोई परेशानी का सामना ना करना पड़े।

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गोद कई तरह से लिया जा सकता है। यह गोद देने वाले माता-पिता एवं दत्तक माता-पिता के ऊपर निर्भर करता है। गोद लेने की प्रक्रिया उस समय शुरू होती है जब उसकी बॉयोलोजिकल माता या पेरेंट्स बच्चे का पालन-पोषण करने में असमर्थ होते हैं। ऐसी स्थिति में वह बच्चे को किसी दूसरे कपल के हाथ सौंप देते हैं। ऐसा बच्चे के जन्म के पहले भी हो सकता है और बच्चे के जन्म के बाद भी लेकिन इसके अलावा आजकल अनाथ बच्चों को, जो किसी कारण व दुर्घटनावश अपने माता-पिता को खो चुके होते हैं, उन्हें गोद लेने में भी लोग अपने कदम बढ़ा रहे हैं। ऐसा करना अच्छा भी हैं, आपका एक कदम, बच्चे को अच्छी परवरिश और अच्छी जिंदगी दे सकता है। 

*क्यों गोद ले रहे हैं बच्चा ?

ज्यादातर वह दंपत्ति बच्चों को गोद लेते हैं जो किसी कारणवंश कन्सीव नहीं कर पाते ताकि उनकी जिंदगी का खालीपन बच्चे की किलकारी से पूरा हो सकें लेकिन अाजकल और भी कई कारणों से दंपत्ति एडॉप्शन को प्रैफर कर रहे हैं।

-बहुत से लोग परिवार को पूरा करने के लिए बच्चा एडॉप्ट कर रहे हैं। अगर लड़का है तो लड़की को गोद लेकर फैमिली कंप्लीट। ऐसा करने का एक कारण वर्किग पैरेंट्स भी हैं। दोबारा प्रैग्नेंसी और बच्चे की देखभाल जिन्हें काफी कठिन लगती है, उन्हें यह ऑप्शन बेस्ट लगता है। 

- वहीं कुछ लोग शादी के बंधन में नहीं बंधना चाहते लेकिन माता या पिता होने का सुख पाना चाहते हैं ऐसे में वह सिंगल मदर या फादर बन बच्चे को एडॉप्ट करते हैं।
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*ध्यान में रखें ये बातें

-बच्चा गोद लेने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि यह सारी कार्यवाही कानूनी हो ताकि आपको या बच्चे को बाद में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो।

- माता-पिता, दोनों ही खुद को एडाप्टशन के लिए तैयार करें। बहुत से केसों में मां या तो पिता गोद लिए बच्चे को पूरी तरह से अपना नहीं पाते। ऐसा बच्चे और आपकी जिंदगी में बुरा प्रभाव पड़ेगा।

- सिगल मदर या फादर, बच्चा लेने से पहले इस बात को अच्छे से समझ लें कि क्या वो अकेले इस जिम्मेदारी को उठा सकते हैं।

-अगर आप आर्थिक रूप से इतने अच्छे नहीं हैं तो गोद लेने के अपने विचार को एक बार फिर से समय दें ताकि बाद में किसी तरह की कोई मुश्किल ना आन खड़ी हो। 

- अगर अपने बच्चा होते हुए दूसरा बच्चा गोद लिया हैं तो अपने आप को इस तरह से तैयार करें कि दोनों में संतुलन बना रहे।

-वंदना डालिया
 

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