साल का आखिरी महीना चल रहा है और नया साल आने को कुछ दिन ही बाकी पड़े है। ऐसे में लोग घूमने-फिरने का प्लान बना रहे होेते है, ताकि अपने नए साल की शुरूआत कि अच्छी सी जगह घूम कर की जाएं। अगर आप भी यही सोच रहे है लेकिन कोई जगह समझ में नहीं आ रही तो हम आपको कुछ प्लेस के बारे में बताएंगे, जहां आप अपने को स्पैशल बना सकते है। इतना ही नहीं, बल्कि इन देशों में न्यू ईयर मनाने की परंपराएं भी अलग-अलग है।
- जापान में बजती है 108 घंटिया
जापान में न्यू ईयर मनाने का तरीका काफी अनोखा है। यहां हर साल 29 दिसम्बर से 3 जनवरी तक न्यू ईयर का जश्न मनाया जाता है, जिसे याबुरी नाम दिया गया है। यहां रात को 12 बजे मंदिरों में 108 बार घटियां बजाई जाती है। यहां शुभकामना कार्ड भेजना काफी लोकप्रिय है।
- चीन में आतिशबाजी
चीन में तो एक महीना पहले ही न्यू ईयर की तैयारियों होने लगती है। चीन में न्यू ईयर पर लाल रंग को ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। लोग अपने खिड़की दरवाजों को इसी रंग से रंगते है। चीनी लोगो का मानना है कि हर रसोई में एक देवता होता है जो उस परिवार के वर्ष भर का लेखा-जोखा ईश्वर के पास पहुचाता है और वापस उसी परिवार में लौट आता है। इसीलिए उसे विदा करना और फिर उसका स्वागत करने के लिए पुरे सप्ताह आतिशबाजी चलती है।
- म्यांमार में नया साल
म्यांमार में नए साल के उत्सव को तिजान कहते है। यह जश्न दिन तीन तक चलता है, जिसे पर्व अप्रैल के मध्य में मनाया जाता है। यहां हौली से एक-दूसरे को भर देने को परम्परा मशहूर है। इस हौली में फर्क इतना ही, इसमें पानी की जगह इत्र डाला जाता है।
- दक्षिणी अमेरिका
दक्षिणी अमेरिका में न्यू ईयर के दिन लोबिया के साबुत बीज और शलगम की पत्तियां खाने का रिवाज है। यहा के लोग लोबिया के बीज को पैसे का प्रतीक बताते है। यहां नए साल के अवसर पर चर्च में वाचनाईट सर्विस का आयोजन होता है।