दुनिया में बहुत कम लोग एेसे हाेते हैं, जाे निस्वार्थ भाव से अपना पूरा जीवन दूसराें के कल्याण और सेवा में लगा देते हैं। ममता की मूरत मदर टेरेसा भी एेसे ही कुछ महान लाेगाें में से एक थीं। शायद यही वजह है कि उनके निधन के इतने सालाें बाद भी अाज बहुत से लाेग एेसे हैं, जाे उनके बताए मार्ग पर चल रहे हैं और जनकल्याण के काम में लगे हुए हैं। आज उनकी 106वीं जयंती पर हम आपको उनके जीवन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताने जा रहे हैं। अाईए एक नजर डालत हैं उनके जीवन परः- - 26 अगस्त 1910 को सोप्जे, मैसिडोनिया में हुआ जन्म - बचपन से ही धार्मिक विचाराें वाली - गरीब और असहाय लोगों की मदद करने वाली - 16 साल की उम्र में बनी नन - 2 साल बाद मिला 'मदर टेरेसा' नाम - काेलकाता में 15 साल की टीचिंग - साल 1951 में मिली भारतीय नागरिकता - 1950 में भारत में मिशनरीज ऑफ चैरिटी की शुरुआत - बेसहारा, कोढ़ और क्षय रोग पीड़ितों के लिए काम करती है यह संस्था - 1979 में नोबेल पुरस्कार से नवाज़ा गया - 1980 में मिला भारत रत्न पुरस्कार - मैला ढोने वालों के सम्मान के लिए पूरी जिंदगी पहनी नीली धारी वाली सफेद साड़ी - 5 सितंबर 1997 को कोलकाता में दिल का दौरा पड़ने से निधन
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